IND vs ENG दूसरे टेस्ट में भारत ने इंग्लैंड को 106 रन से हराते हुए सीरीज में 1-1 से बराबरी हासिल कर ली है। इस मैच में जहां यशस्वी जायसवाल का शानदार फॉर्म जारी रहा वहीं शुभमन गिल ने भी अपनी खोई फॉर्म हासिल की। गेंदबाजी में रविचंद्रन अश्विन भले ही पहली पारी में विकेट ना झटक पाए हो लेकिन दूसरी पारी में उन्होंने 3 विकेट झटककर टीम की जीत में महत्वपूर्ण योगदान दिया। अगर अंपायर अपना फैसला नहीं बदलते तो अश्विन के लिए यह टेस्ट मार्की साबित हो सकता था और वह टेस्ट क्रिकेट इतिहास में 500 विकेट प्राप्त करने वाले 9वें गेंदबाज़ बन जाते। लेकिन जिस गेंदबाज़ ने पूरे मैच में भारत का प्रतिनिधित्व किया वह कोई और नहीं बल्कि टीम इंडिया के स्टार तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह निकले। उन्होंने मैच में कुल 9 विकेट झटके। पहली पारी में 6 विकेट लेने वाले बुमराह ने दूसरी पारी में भी बहुमूल्य विकेट लेकर इंग्लैंड की पारी को समाप्त किया और भारत को इंग्लैंड की बराबरी पर लाकर खड़ा कर दिया, लेकिन ऐसा नहीं है कि भारत यह मैच बहुत आसानी से जीत गया जीत के अंदर भारत की कमजोरियां भी उजागर हो गई जो पहले मैच में भी उजागर हुई थी।
HIGHLIGHTS
- भारत ने इंग्लैंड को 106 रन से हराया
- रविचंद्रन अश्विन 500 टेस्ट विकेट से केवल एक विकेट दूर
- जसप्रीत बुमराह ने मैच में झटके 9 विकेट
- यशस्वी जायसवाल ने पहली पारी में जड़ा शानदार दोहरा शतक
- शुभमन गिल की हुई फॉर्म में वापसी
1. रोहित शर्मा का टेस्ट क्रिकेट में फिर असफल प्रदर्शन
रोहित शर्मा भारतीय टीम के कप्तान होने के साथ वर्ल्ड क्रिकेट के सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में से एक हैं लेकिन टेस्ट क्रिकेट में 2-4 पारियों को छोड़ वह अभी तक अपने साथ न्याय नहीं कर पाए हैं। यह खिलाड़ी वनडे क्रिकेट और टी20 क्रिकेट में जितना सफल रहा है उतना अभी तक टेस्ट क्रिकेट में नहीं सफल नहीं रहे हैं। इंग्लैंड के खिलाफ रोहित शर्मा शुरूआती 2 टेस्ट की 4 पारियों में 13,14,39,24 की पारियां खेली है। इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका में भी रोहित का बल्ला कुछ ख़ास नहीं चला था। पिछली 8 टेस्ट पारियों में रोहित सिर्फ 150 रन बना पाए हैं जो इस महान बल्लेबाज़ की काबिलियत पर बहुत बड़ा सवाल उठाता है। रोहित शर्मा की काबिलियत पर किसी को भी कोई शक नहीं है जिस तरह से उन्होंने वर्ल्ड कप में रन बनाए और हाल ही में रोहित का टी20 क्रिकेट में प्रदर्शन से सभी अवगत हैं लेकिन टेस्ट क्रिकेट में काफी समय से उनके बल्ले से कोई बड़ी पारी देखने को नहीं मिली है, आखिरी बार उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ शतकीय पारी खेली थी, लेकिन उसके बाद से ही रोहित शर्मा टेस्ट में कुछ ख़ास प्रभाव छोड़ने में असफल रहे हैं।
2. क्या वाकई में टेस्ट क्रिकेट के लायक हैं श्रेयस अय्यर
श्रेयस अय्यर कुछ न कुछ दिनों में विवादों में आते रहते हैं, पिछले साल टी20 सीरीज में चोट लगने के बाद वह 6 महीने क्रिकेट से दूर रहे। उसके बाद एशिया कप में वापसी के बावजूद वह कुछ ख़ास प्रदर्शन नहीं कर पाए। वर्ल्ड कप में भी शुरूआती 2-3 मैच में श्रेयस कुछ ख़ास नहीं कर पाए और मीडियाकर्मियों ने उनसे प्रेस कांफ्रेंस में इसके ऊपर जब सवाल जवाब किये तो श्रेयस भड़क गए और फिर मैदान पर एंट्री हुई एक नए श्रेयस की जो गेंदों को ऐसे मैदान से दूर फेंक रहा था जैसे कोई अपना गुसा निकाल रहा हो। वर्ल्ड कप 2023 में श्रेयस अय्यर ने 526 रन बनाए। यहां तक की जो अय्यर की आलोचना करते थे वही लोग अब उनकी तारीफों के पुल बाँध रहे थे लेकिन टेस्ट क्रिकेट में अभी भी अय्यर का खराब फॉर्म जारी है दक्षिण अफ्रीका में खेली गई टेस्ट सीरीज में और अब इंग्लैंड के खिलाफ शुरूआती 2 टेस्ट में अय्यर बुरी तरह असफल रहे हैं, उन्हें स्टार्ट ज़रूर मिला है लेकिन वह किसी भी पारी को लम्बा खीचने में असफल रहे हैं। अब कयास लगाए जा रहे हैं कि घरेलु क्रिकेट में लगातार रनों का अंबार लगाने वाले सरफ़राज़ अय्यर की जगह ही टीम में शामिल होंगे। श्रेयस मौजूदा टेस्ट सीरीज में 2 मैच की चार पारियों में 26 की औसत से सिर्फ 104 रन बना पाए हैं और उनका हाईएस्ट स्कोर 35 रन है।
3. सिर्फ विकेटकीपिंग की वजह से प्लेइंग 11 में हैं केएस भरत
ऋषभ पंत के चोटिल होने के बाद से ही भारत टेस्ट क्रिकेट में एक मज़बूत विकेटकीपर की खोज में है, चाहे केएल राहुल हो या फिर केएस भरत या ईशान किशन, मौके तो सभी को पर्याप्त दिए गए हैं लेकिन कोई भी अभी तक अपनी जगह टीम में फिक्स नहीं कर पाया है। केएस भरत का खराब फॉर्म जारी है, और शायद अब वह टीम से ड्रॉप भी हो सकते हैं क्योंकि ध्रुव जुरेल टीम स्क्वाड में एक विकेटकीपर बल्लेबाज़ के तौर पर बैठे हैं और टीम मैनेजमेंट ज़रूर उन्हें प्लेइंग 11 में मौका देने पर विचार कर सकता है। ध्रुव जुरेल की काबिलियत से सभी बहुत अच्छे से वाकिफ हैं। भरत इंग्लैंड के खिलाफ 2 मैच की चार पारियों में सिर्फ 92 रन ही बना पाए हैं।