ईशान किशन ने एक बार फिर घरेलू क्रिकेट खेलने से किनारा कर लिया. आज (शुक्रवार) से शुरू हुए झारखंड बनाम राजस्थान रणजी मैच में वह अपने राज्य की टीम के लिए मैदान पर नहीं उतरे. माना जा रहा था कि BCCI के निर्देशों के बाद इस बार वह झारखंड की प्लेइंग-11 का हिस्सा होंगे लेकिन वह एक बार फिर इन निर्देशों की अनदेखी कर गए.ईशान किशन के इस रवैये को बगावत जैसा समझा जा सकता है.
HIGHLIGHTS
- दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज से अपना नाम वापस ले लिया था
- इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ था
- कोच राहुल द्रविड़ ने लगातार उनसे रणजी खेलने को कहा है
- वह अपनी फ़िटनेस और ट्रेनिंग पर काम कर रहे हैं
दरअसल, पिछले साल दिसंबर में ईशान ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज से अपना नाम वापस ले लिया था. तब बीसीसीआई ने कहा था कि ईशान ने निजी कारणों के चलते यह ब्रेक लिया है. हालांकि बाद में इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि ईशान ने मानसिक थकावट के कारण टीम से नाम वापस लिया था. इस थकावट का कारण यह बताया गया था कि ईशान लंबे समय से टीम इंडिया के साथ बने हुए थे लेकिन उन्हें प्लेइंग-11 में केवल तभी मौका दिया जा रहा था, जब या तो कोई मुख्य खिलाड़ी चोटिल हो गया हो या अनुपलब्ध हो.ईशान किशन के इस रवैये पर अब BCCI क्या एक्शन लेता है, यह देखना दिलचस्प होगा.
ईशान किशन रणजी नहीं खेलेंगे. जी हां, बोर्ड और कोच राहुल द्रविड़ ने लगातार उनसे रणजी खेलने को कहा है, लेकिन ईशान ने इनकी बात ना मानते हुए झारखंड का आखिरी रणजी मैच भी मिस कर दिया. जमशेदपुर में 16 फरवरी, शुक्रवार से शुरू हुए रणजी मैच में कुमार कुशाग्र ही झारखंड के विकेट कीपर हैं.
छह मैच में इस टीम के सिर्फ़ 10 पॉइंट्स हैं. इन्हें अभी तक बस एक जीत मिली है. टीम जमशेदपुर में राजस्थान के खिलाफ़ सीजन का आखिरी रणजी मैच खेल रही है. क्रिकेट नेक्स्ट के मुताबिक ईशान कोच राहुल द्रविड़ से टच में हैं. और उन्हें बता रखा है कि वह अपनी फ़िटनेस और ट्रेनिंग पर काम कर रहे हैं.बता दें कि द्रविड़ ने हाल ही में कहा था कि ईशान को वापसी से पहले क्रिकेट खेलना होगा. वह बोले थे,’जब भी वह तैयार हों, मैं ये नहीं कह रहा कि उन्हें डॉमेस्टिक क्रिकेट खेलना ही होगा, मैंने कहा कि जब भी वह तैयार हों, उन्हें थोड़ी क्रिकेट खेलकर वापसी करनी होगी. पसंद उनकी है. हम उन्हें कुछ भी करने के लिए फ़ोर्स नहीं कर रहे हैं.’बता दें कि ईशान लंबे वक्त से क्रिकेट से दूर हैं. उन्होंने साउथ अफ़्रीका टूर से ब्रेक मांगा था. जिसके बाद वह ना तो अफ़ग़ानिस्तान के खिलाफ़ T20I सीरीज़ में खेले हैं. और ना ही इंग्लैंड के खिलाफ़ टेस्ट सीरीज़ में उनका सेलेक्शन हुआ. हालांकि इन सबके बीच वह रणजी ट्रॉफ़ी में खेल सकते थे. लेकिन ईशान ने यहां ना खेलना चुना. बार-बार कहने के बाद भी वह झारखंड के लिए खेलने नहीं उतरे.
बल्कि उन्होंने बड़ौदा में हार्दिक और कृणाल के साथ ट्रेनिंग करना चुना. BCCI को ये बात एकदम पसंद नहीं आई. एक तरफ चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, ईशांत शर्मा, हनुमा विहारी और मयंक अग्रवाल जैसे बंदे रणजी खेल रहे हैं. दूसरी ओर ईशान लगातार ऐसा करने से बच रहे हैं. इन सबके बीच BCCI ने सारे क्रिकेटर्स को रणजी खेलने की सलाह दी. इस बारे में BCCI सेक्रेटरी जय शाह ने राजकोट में कहा था,
‘ईशान एक युवा हैं. उनका नाम मेंशन करने की कोई जरूरत नहीं है. यह सभी पर लागू होता है. सारे लोग जो कॉन्ट्रैक्ट के अंडर हैं और जो भविष्य में आ सकते हैं. सारे प्लेयर्स के पास घरेलू क्रिकेट खेलने के अलावा कोई चारा नहीं होगा.प्लेयर्स को फ़ोन पर पहले बता दिया गया है. और मैं इस बारे में चिट्ठी भी लिखने वाला हूं कि अगर सेलेक्टर्स के चेयरमैन, आपके कोच और कप्तान चाहते हैं तो आपको रेड-बॉल क्रिकेट खेलनी ही होगी. हम किसी के नखरे बर्दाश्त नहीं करेंगे.’ईशान बीते साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ तीन मैच की T20I सीरीज़ में खेले थे. जहां उन्होंने दो पचासों के बाद एक शून्य बनाया था. शुभमन गिल की बीमारी के वक्त ईशान ने वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के लिए ओपनिंग भी की थी.