भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने ऑस्ट्रेलिया के हाथों World Cup फाइनल में मिली हार के संदर्भ में रविवार को यहां पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पेशेवर खिलाड़ी निराशा से जल्द से जल्द उबरने और नई चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रशिक्षित होते हैं। World Cup फाइनल में 19 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया से हारने वाली टीम के सदस्यों में शामिल रहे केएल राहुल, रविंद्र जडेजा और श्रेयस अय्यर ने इसके बाद सीमित ओवरों के कुछ मैच खेले लेकिन अन्य खिलाड़ी पांच हफ्तों के बाद पहली बार अंतरराष्ट्रीय मैच खेलेंगे।
HIGHLIGHTS
- राहुल द्रविड़ ने कहा कि World Cup फाइनल की हार दिल तोड़ने वाली थी
- भारत कभी दक्षिण अफ्रीका में नहीं जीत सका टेस्ट श्रृंखला
- भारत ने जून- जुलाई में वेस्टइंडीज से टेस्ट सीरीज 1-0 से जीती थी।
द्रविड़ ने यहां पत्रकारों से नई चुनौतियों के बारे में कहा कि World Cup फाइनल की हार दिल तोड़ने वाली हार थी लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आपको तेजी से आगे बढ़ना होता है और हमारे सामने एक और महत्वपूर्ण श्रृंखला है और यह सभी श्रृंखलाएं एक अन्य आईसीसी प्रतियोगिता World टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए क्वालीफाई करने के संदर्भ में काफी मायने रखती हैं। पूर्व भारतीय कप्तान द्रविड़ समझते हैं कि फाइनल की हार को पचा पाना आसान नहीं है लेकिन वह इस तथ्य से भी अवगत हैं कि इस निराशा को लंबे समय तक खींचने से परेशानियां खड़ी हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि आपके पास निराशा में डूबे रहने के लिए वक्त नहीं होता। आपको उससे उबरकर आगे बढ़ना होता है और हमारे खिलाड़ियों ने ऐसा बहुत अच्छी तरह से किया। हम निराश थे लेकिन अब हम उससे आगे बढ़ चुके हैं। मुझे लगता है कि हमारी वनडे टीम ने वास्तव में अच्छा प्रदर्शन करके श्रृंखला जीती। द्रविड़ ने कहा कि खिलाड़ी निराशा से उबरकर आगे बढ़ने में माहिर होते हैं क्योंकि उन्हें बचपन से ऐसा करना सिखाया जाता है। आपको इससे बाहर निकलना होता है और आप लंबे समय तक निराशा के साथ नहीं जी सकते हैं। इससे अगले मैच में आपका प्रदर्शन प्रभावित होगा। भारत ने दक्षिण अफ्रीका में अभी तक टेस्ट श्रृंखला नहीं जीती है और द्रविड़ ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका के विकेट इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की तुलना में थोड़ा भिन्न चुनौती पेश करते हैं। उन्होंने कहा कि आंकड़ों के लिहाज से देखें तो यहां खेलना आसान नहीं होता है लेकिन हमने यहां अच्छा प्रदर्शन भी किया है। ऐसा नहीं है कि यहां खेलना असंभव है लेकिन अन्य देशों की तुलना में यहां उछाल थोडा ज्यादा होता है। आपको यहां इंग्लैंड की तरह अधिक स्विंग या ऑस्ट्रेलिया की तरह पर्याप्त गति और उछाल नहीं मिलता है।
आपको बता दें कि भारत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की साइकिल 3 में 6 सीरीज खेलेगा जिनमे 3 सीरीज घर पर और 3 सीरीज विदेश में खेलेगा। भारत दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपनी दूसरी सीरीज खेलने उतरेगा। इससे पहले भारत 1 विदेशी सीरीज वेस्टइंडीज के खिलाफ खेल चुका है। भारत ने जून- जुलाई में वेस्टइंडीज से टेस्ट सीरीज 1-0 से जीती थी।