साउथ अफ्रीका और वेस्ट इंडीज के बीच चल रही तीन मैच की वनडे सीरीज का आखिरी मुकाबला 21 मार्च को खेला गया। पहले बैटिंग करते हुए वेस्ट इंडीज ने 260 रन बनाए, जिसके जवाब में साउथ अफ्रीका ने हेनरिक क्लासेन के तूफानी शतक की मदद से केवल 30 में ओवर लक्ष्य को हासिल कर लिया। क्लासेन प्लेयर ऑफ़ द मैच रहे।
टॉस हारकर पहले बैटिंग करने आई कैरेबियाई टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और 7 वें ओवर में ओपनर काइल मायर्स 14 रन बनाकर मार्को यानसेन की गेंद पर आउट हुए । वहीं दूसरी तरफ ब्रैंडन किंग ने 72 रन बनाए, जिसमें 11 चौके और 1 छक्का लगाया। बाकी और कोई बल्लेबाज ज्यादा कुछ नहीं कर पाया । मिडिल ऑर्डर में पूरन ने 39 रन और जेसन होल्डर ने 36 रन का योगदान दिया और इस तरह वेस्ट इंडीज ने 48.2 ओवर में 10 विकेट खोकर 260 रन बनाए । साउथ अफ्रीका की तरफ से गेंदबाजों में मार्को, फॉर्च्यून, कोटेज्ज ने दो-दो विकेट लिए।
इसके बाद चेस करते हुए भी अफ्रीकी टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और 13वें ओवर में 87 रन पर अपने चार विकेट खो दिए थे। लेकिन इसके बाद बैटिंग के लिए आए हेनरिक क्लासेन ने वेस्ट इंडीज के गेंदबाजी को तहस-नहस करते हुए पहले डेविड मिलर के साथ 55 रन जोड़े और इसके बाद मार्को जानसन के साथ केवल 62 गेंदों पर 103 रन की साझेदारी की। क्लासेन ने 61 गेंदों पर नाबाद 116 रन की पारी खेली और अपनी टीम को 123 गेंद रहते 29.3 ओवर में ही मैच जीता दिया। मार्को जानसन ने भी 33 गेंदों पर 43 रन बनाए।
इसे पहले क्लासेन ने मात्र 54 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया। जो की साउथ अफ्रीका के किसी भी बल्लेबाज़ द्वारा चौथा सबसे तेज़ शतक है। वहीँ दक्षिण अफ्रीका 30 ओवर से कम में 250 या अधिक के लक्ष्य का पीछा करने वाली पहली टीम बन गई है। वहीँ वेस्ट इंडीज की तरफ से अल्जारी जोसेफ ने तीन विकेट लिए। साउथ अफ्रीका की इस जीत के साथ सीरीज 1-1 से बराबर रही। सीरीज का पहला मैच बारिश के कारण रद्द हो गया था। वहीँ सीरीज में बल्ले के साथ शानदार प्रदर्शन करने वाले वेस्ट इंडीज के शाई होप और हेनरिक क्लासेन को प्लेयर ऑफ़ द सीरीज चुना गया।