मुंबई से सनसनीखेज मामला सामने आया जहां एक 53 साल की मासूस के साथ 53 साल के शख्स ने रेप किया । इस मामले के बाद से ही पीड़ित परिवार इंसाफ की गुहार लगा रहा है।
पुलिस ने क्या कहा
इस मामले को लेकर मुंबई पुलिस का कहना है कि मुंबई के जोगेश्वरी इलाके में 8 साल की बच्ची से कथित तौर पर रेप किया गया है। आरोपी 53 साल का शख्स है। पुलिस ने बताया है कि आरोपी और पीड़िता एक ही इमारत में रहते थे और लड़की की मां काम पर जाते समय बच्चे को आरोपी के घर पर छोड़ जाती थी क्योंकि घर पर उसकी देखभाल के लिए कोई नहीं रहता था। इसी बात का फायदा उठाते हुए बुजुर्ग ने मासूम के साथ रेप किया।
बेटी ने मां को बताई आपबीती
मासूम के साथ हैवानियत होने के बाद लड़की ने अपनी मां को पूरे मामले की जानकारी दी। जब बेटी ने मां को आपबीती सुनाई तो मां ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद पुलिस ने आईपीसी की धारा 376 और POCSO अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया कर लिया है और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मुंबई में रेप का दूसरा केस 16 साल की मासूम से रेप
मुंबई में इसी तरह एक दूसरी जगह पर भी 16 साल की लड़की से 21 साल के युवक ने रेप किया। इस मामले की जनकारी खुद पुलिस ने दी है पुलिस ने रेप के दूसरे मामले को लेकर कहा है कि मुंबई के पूर्वी उपनगर मुलुंड की एक बस्ती में चाकू के बल पर 16 साल की लड़की से उसके ही घर में दुष्कर्म किया गया ।
पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि रविवार को हुए इस अपराध के मामले में 21 साल आरोपी को गिरफ्तार किया है जबकि उसका एक साथी फरार है। पुलिस के मुताबिक, पीड़िता आरोपी को जानती थी और दोनों एक ही बस्ती में रहते हैं। अधिकारी ने बताया कि आरोपी अपने दोस्त के साथ पीड़िता के घर में उस वक्त घुसा जब वह घर में अकेली थी।
Pocso Act के तहत मामला दर्ज
उन्होंने बताया कि आरोपी ने चाकू दिखाकर कथित रूप से लड़की से दुष्कर्म तकनीकी सबूतों की मदद से कुछ घंटों के भीतर ही मुलुंड से एक आरोपी को पकड़ लिया गया है जबकि एक अन्य आरोपी की तलाश जारी है। इस मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 376 पाक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
मुंबई में बड़ रहा अपराध
मुंबई में हुई दोनों ही रेप की घटना से तो साफ है कि मुंबई में क्राईम लगातार बढ रही है दोनो ही मामले मे पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया है। लेकिन क्या इन हैवानों को इस कुकर्म की सजा मिल पाएगी क्योंकी कई एसे संगीन मामलों में पीड़िता के परिजन कार्रवाई की मांग तो करते है पर अपराधी बेल पर छूट जाते है जिसके बाद दबे कुचले लोगों को इंसाफ नहीं मिल पाता ।
दिल्ली में भी कई संगीन मामले लंबित
आपने दिल्ली में भी कई ऐसे केस देखे होंगे जैसे कंझावला केस आफताब केस ये संगीन मामले चल तो रहे है पर अभी तक अपराधियों को कड़ी सजा नहीं मिल पाई है सालों साल केस चलते रहें हे।
परिजनों को नहीं मिल रहा इंसाफ
एक दिन दरिंदो को बेल मिल जाएगी इसी तरह परिजनों को इंसाफ नहीं मिलेगा और ये हैवान ऐसे ही घटना को अंजाम देते रहेंगे। इसलिए मुंबई पुलिस को इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में भेजाना चाहिए ताकि मासून और इसके परिजनों को इंसाफ मिल सके।