यूपी के कानपुर में सोमवार को हुई घटना ने लोगों का दिल दहला दिया है दरअसल कानपुर में योगी सरकार की तरफ से चलाए अतिक्रमण हटाओ अभियान के चलाया जा रहा है इसलिए कानपुर के मंडौली गांव में एक अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन का बुल्डोजर पहुंचा और अतिक्रमण हटाने लगा लेकिन इसी दौरान परिवार के दो लोगों ने आग लगाकर आत्महत्या कर ली लेकिन परिजनों को कहना है कि प्रशासन ने जब घर पर बुल्डोजर चलाया उससे आग लगी और दो लोगों की जलकर मौत हो गई।
कई मवेशि भी जलकर हुए खाक
कई मवेशि भी जलकर मर चुके हैं। जिसके बाद इस मामलें में कई बड़े अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। एसडीएम थानाध्यक्ष, चार लेखपाल, एक दर्जन से अधिक पुलिसकर्मियों सहित 39 लोगों के खिलाफ मंगलवार को प्राथमिकी दर्ज कर लेखपाल समेत दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं एसडीएम को निलंबित कर दिया गया है। आज दोनों मां-बेटी के शवों का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने दिया आश्वासन
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने इस मामले को लेकर परिवार से बात की थी जिसके बाद उनकी तरफ से कार्रवीई की गई है। डिप्टी सीएम ने के आश्वावाशन के बाद परिवार शवों के अंतिम संस्कार के लिए राजी हो गया है। इससे पहले शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया था । वहीं अब ये मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंच चुका है। हाईकोर्ट में निष्पक्ष जांच की मांग में याचिका दाखिल की गई है। सीबीआई जांच की मांग को लेकर याचिका दाखिल हुई है। याचिका में जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है और हाईकोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच की मांग की गई है। इसके साथ ही परिवार के लिए मुआवजे की भी मांग की गई है।
हाईकोर्ट में पहुंचा मामला
इस पूरे मामले को लेकर कानपुर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अब तक लेखपाल अशोक सिंह और बुलडोजर चालक दीपक को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि दोनों को कानपुर देहात में गिरफ्तार किया गया है पुलिस महानिरीक्षक कानपुर रेंज प्रशांत कुमार ने कहा कि उप जिलाधिकारी ज्ञानेश्वर प्रसाद को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि हत्या, हत्या के प्रयास के अलावा मवेशियों को मारने या अपंग करने, घर को नष्ट करने के इरादे से आग लगाने और जानबूझकर अपमान करने के आरोपों में प्राथमिकी दर्ज की गई है।