कानून की रखवाली करने वाले और उसकी पैरवी करने वालो के बीच भिड़ंत आए दिन सुर्खियों में आती रहती है। अक्सर ऐसी खबरे जिला सत्र न्यायलय से अधिकतर आती है। उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में पुलिस ने अधिवकताओं पर जमकर लाठी बरसाई। हुआ यू की वकील एक महिला वकील और उसके पिता के खिलाफ सिपाही की ओर से मुकदमा दर्ज कराए जाने और नगर कोतवाली के इंस्पेक्टर को हटाये जाने की मांग को लेकर जमा हुए थे।
वकीलों ने कोतवाली में की तोड़-फोड़
वकील सबसे पहले तहसील चौराहे पर जमा हुए और महिला और पुरुष अधिवक्ताओ ने बीच चौराहे पर बैठकर जाम लगा दिया। बाद में वकील कोतवाली गए और वहा पर अधिवकताओं ने जमकर हंगामा करते हुए वहा पर तोड़ – फोड़ करनी शुरू की। इस दौरान मोके पर पहुंचे सीओ सिटी अशोक सिसोदिया ने वकीलों से बातचीत कर समझाने का प्रयास किया लेकिन पुलिस से जमकर बहस हुई।
पुलिस ने जमकर किया लाठीचार्ज
आरोप है अधिवक्ता पुलिस और आम लोगो के साथ मारपीट करने लगे ,मामले को बढ़ता देख पुलिस ने जवाबी कारवाही में वकीलों को लाठीचार्ज कर खदेड़ा। इस दौरान तीन पुलिसकर्मी और तीन वकील घायल हुए जिन्हे इलाज के लिए हापुड़ सीएचसी में भर्ती कराया गया है।
तमाम धाराओं में मुकदमा दर्ज
गौरतलब है कि 25 अगस्त को एक वीडियो सामने आया था, जिसमें कार सवार गाजियाबाद की एक महिला वकील अपने पिता के साथ बाइक पर सवार सिपाही से न सिर्फ अभद्रता कर रही थी, बल्कि उसने सिपाही की वर्दी पर लगी नेमप्लेट को भी नोंच लिया था। इसके बाद वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस ने सिपाही की तहरीर पर महिला वकील और उसके पिता के खिलाफ सिपाही से मारपीट करने, वर्दी फाड़ने सहित अन्य तमाम धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया।
इस बात लेकर नाराज थे वकील
महिला वकील और उसके पिता के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज होने से हापुड़ बार एसोसिएशन के वकील नाराज हो गए। उनका कहना था कि सिपाही महिला वकील की गाड़ी का पीछा और उससे छेड़छाड़ कर रहा था। पुलिस ने इसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की। वकीलों ने आरोप लगाया कि जब वह इसकी शिकायत दर्ज कराने नगर कोतवाली पहुंचे, तो यहां कोतवाली इंस्पेक्टर ने उनसे अभद्रता की। महिला वकील की एफआईआर दर्ज कराने और इंस्पेक्टर को हटवाने की मांग पर वकील अड़ गए।