उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती शुरुआत से ही विपक्ष को कुछ न कुछ बोलने का अवसर देती आई है चाहे वो उम्र में छूट का मुद्दा हो या फिर परीक्षा में धांधली हो। राज्य सरकार ने विपक्ष के हर उठाए गए मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए उसके प्रति अपनी जवाबी कार्रवाई भी की। पुलिस भर्ती मामले में उत्तर प्रदेश सरकार ने फ़िलहाल उचित कदम उठाए है। लेकिन योगी सरकार लगातार विपक्ष के निशाने पर बनी हुई है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सूप्रीमो ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
- यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा निरस्त
- पेपर लीक होने से राज्य की बदनामी
- सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किया पोस्ट
परीक्षा का रद्द होना चिंतनीय
यूपी में पुलिस भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने से सम्बन्धित परीक्षा का रद्द होना अति-गंभीर एवं चिन्तनीय। इससे राज्य व सरकार की बड़ी बदनामी के साथ ही युवाओं व बेरोजगारों का भविष्य खराब होकर उनका जीवन दाव पर लग जाता है। यूपी आखिर कब पेपर लीक मुक्त प्रदेश होगा? सरकार इस ओर ध्यान दे।
— Mayawati (@Mayawati) February 26, 2024
उत्तर प्रदेश में पुलिस भर्ती परीक्षा के रद्द होने के बाद बसपा मुखिया मायावती ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है। मायावती ने कहा कि पेपर लीक होने से राज्य की बदनामी होती है। बसपा मुखिया मायावती ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा, यूपी में पुलिस भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने से संबंधित परीक्षा का रद्द होना अति-गंभीर एवं चिंतनीय।
यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा निरस्त
इससे राज्य व सरकार की बड़ी बदनामी के साथ ही युवाओं व बेरोजगारों का भविष्य खराब होकर उनका जीवन दांव पर लग जाता है। यूपी आखिर कब पेपर लीक मुक्त प्रदेश होगा? सरकार इस ओर ध्यान दे। जिक्र कर दें कि 24 फरवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा को निरस्त कर दिया था। साथ ही छह माह के भीतर दोबारा परीक्षा कराने का आश्वासन भी दिया है।