Basant Panchami Special 2024: मां सरस्वती को विद्या और ज्ञान की देवी माना जाता है। बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की विधि-विधान के साथ मां सरस्वती पूजा अराधना की जाती है। ऐसा भी माना जाता है कि इस दिन (Basant Panchami Special 2024) मां सरस्वती प्रकट हुई थी। तो आइए जानते हैं मां सरस्वती के बारे में 10 खास बातें जो शायद ही आप जानते हो।
ज्ञान और बुद्धि की देवी
मां सरस्वती को ज्ञान, बुद्धि, संगीत, कला, और शिक्षा की देवी माना जाता हैं। उन्हें दिव्य ज्ञान और बुद्धिमत्ता का स्वरूप माना जाता है।
भगवान ब्रह्मा की पत्नी
मां सरस्वती भगवान ब्रह्मा की पत्नी हैं। भगवान ब्रह्मा को सृष्टि का रचनाकार माना जाता है।
हंस की सवारी
मां सरस्वती को अक्सर सफेद हंस पर दिखाया जाता है, जो शुद्धता, अनुग्रह, और विवेक का प्रतीक है। हंस की सवारी के कारण मां को हंसवाहिनी नाम से भी जाना जाता है।
वीणा
मां सरस्वती के हाथ में वीणा है, वीणा में से निकलने वाली धुन चारों ओर फैले अज्ञान के अंधकार का नाश करती है।
बसंत पंचमी पर पूजा
मां सरस्वती की बसंत पंचमी पर पूजा की जाती हैं। मान्यता है की इस दिन मां प्रकट हुई थी और संसार को ध्वनि प्रदान की थी।
भाषा और वाक्य देवी
देवी सरस्वती को वाक्य, भाषा, और अलंकार की देवी के रूप में पूजा जाता है।
हिन्दू शास्त्रों में उल्लेख
मां सरस्वती का उल्लेख विभिन्न हिन्दू शास्त्रों, वेदों, उपनिषदों, कालिका पुराण, भागवत पुराण और शिव महापुराण में मिलता है।
पीला रंग
मां सरस्वती को पीला रंग अतिप्रिय है। इसलिए मां को पीली मिठाई का भोग लगाया जाता है और पीले रंग के फूल अर्पित किए जाते हैं।
मां सरस्वती के चार हाथ
देवी सरस्वती चार हाथ हैं जिनमें एक हाथ में ग्रंथ है जो वेदों का प्रतीक है। दूसरे हाथ में कमल है जो ज्ञान का प्रतीक है। अन्य दो हाथों में वीणा है जो प्रेम और जीवन का प्रतीक है।
शिक्षा में शाश्वत प्रस्तुति
मां सरस्वती ज्ञान का प्रतीक है इसलिए छात्र, शिक्षक, विद्वान, और कलाकार सभी देवी सरस्वती की पूजा करते है और आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
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