गाजा शहर में राहत सामग्री का इंतजार कर रही फलस्तीनी भीड़ पर बृहस्पतिवार को हुए हमले में कम से कम 70 लोगों की मौत हो गयी। इसके साथ ही करीब पांच महीने पहले शुरू हुए इजराइल-हमास युद्ध में मरने वाले लोगों की संख्या 30 हजार से ज्यादा हो गयी। गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। सात अक्टूबर को हमास के हमले के जवाब में इजराइल के हवाई, समुद्री और जमीनी हमलों में गाजा शहर और पूरे उत्तरी गाजा को निशाना बनाया गया है। ये इलाके पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं और कई महीनों से क्षेत्र से कट गए हैं, जहां न के बराबर सहायता पहुंच पा रही है।
Highlights
- भीड़ पर हमले में 70 लोगों की मौत
- सहायता पहुंचाना लगभग असंभव हो गया
- एम्बुलेंस सेवा के प्रमुख फारेस अफाना ने बताया
सहायता पहुंचाना लगभग असंभव हो गया
सहायता समूहों का कहना है कि गाजा के अधिकांश हिस्सों में मानवीय सहायता पहुंचाना लगभग असंभव हो गया है, जिसके पीछे एक बड़ा कारण हताश लोगों की भीड़ है, जो सहायता काफिलों पर हावी हो जाती है। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि गाजा के 23 लाख फलस्तीनियों की एक चौथाई आबादी भुखमरी का सामना करने को मजबूर है। स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल किदरा ने बताया कि बृहस्पतिवार को हुए हमले में 280 लोग घायल हुए हैं।
एम्बुलेंस सेवा के प्रमुख फारेस अफाना ने बताया
कमाल अदवान में एम्बुलेंस सेवा के प्रमुख फारेस अफाना ने बताया कि घटनास्थल पर पहुंचने वाले चिकित्सकों को सैकड़ों की संख्या में लोग जमीन पर पड़े हुए मिले। उन्होंने बताया कि सभी मृतकों और घायलों को लाने के लिए पर्याप्त एम्बुलेंस नहीं थीं, जिसकी वजह से कुछ घायलों को तांगों से अस्पतालों में लाया जा रहा है। इजराइली सेना ने कहा कि वह खबरों पर संज्ञान ले रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, युद्ध में मरने वाले फलस्तीनियों की संख्या 30,035 हो गई है, जबकि 70,457 लोग घायल हुए हैं हालांकि आंकड़ों में नागरिकों और सैनिकों की संख्या का विवरण नहीं दिया गया है लेकिन मारे गए लोगों में महिलाओं और बच्चों की संख्या लगभग दो-तिहाई है।
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