दुधवा टाइगर रिजर्व के सभी तीन अभिन्न घटक — दुधवा राष्ट्रीय उद्यान, किशनपुर वन्यजीव अभयारण्य और कतर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्य हर सप्ताह मंगलवार को पर्यटकों के लिए बंद रहेगा। डीटीआर के क्षेत्र निदेशक बी. प्रभाकर ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में यह पहली बार है जब हर साल 15 नवंबर से 15 जून के बीच आयोजित होने वाले सात महीने के जंगल पर्यटन सत्र के दौरान किसी टाइगर रिजर्व में इस तरह की अनूठी व्यवस्था की गई है। इन जंगल सफारी के प्रबंधन के लिए तैनात वन अमले को भी नए प्रावधान से राहत महसूस होगी। साथ ही, वन कर्मी इस खाली समय में पर्यटकों द्वारा दिए गए फीडबैक के अनुसार, बेहतर और योजनाबद्ध तरीके से ईको-टूरिज्म के प्रबंधन में अपना योगदान दे सकेंगे।
वन्यजीव को आराम देने के लिए लिया गया फैसला
कतर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्य के डीएफओ आकाश दीप बधावन ने कहा, हर हफ्ते जंगल सफारी के दिन भर के निलंबन से राजस्व की आमद प्रभावित होगी, हमारा मुख्य मकसद वन्यजीव और वन कर्मचारियों को आरामदायक माहौल देना है। जंगली जानवरों के साथ जंगल पर्यटकों की एक भावनात्मक बातचीत सुनिश्चित करें जो उनके मन में संरक्षण और जैव विविधता की सुरक्षा की सहज भावना पैदा कर सके। एक वरिष्ठ वन अधिकारी ने कहा, सफारी के दौरान वाहनों द्वारा की गई गड़बड़ी और मुख्य वन क्षेत्रों में पर्यटकों की आवाजाही वन्यजीवों के लिए अच्छी नहीं है और इससे उन्हें राहत मिलेगी।