कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवउठनी के नाम से जाना जाता है। इस बार देवउठनी का पर्व 8 नवंबर के दिन है। ऐसा माना जाता है कि इस विशेष दिन पर भगवान विष्णु अपनी चार महीने की नींद से जग जाते हैं और इस दिन से हिंदू धर्म में मांगलिक कार्य करना शुरू हो जाता है। इस दिन विष्णु जी की पूजा करने से जिंदगी के सभी दुखों का निवारण हो जाता है।
1.देवउठनी एकादशी के दिन घर में सुख-समृद्घि के लिए घर में एक दीपक जरूर जलाएं।
2.इस दिन सुबह स्नान के बाद भगवान विष्णु जी की पूजा करें। साथ ही पूजा वाली जगह पर शुद्घ देसी घी के पांच दीपक जलाएं ऐसा करके उनका स्वागत करें।
3.देवउठनी के दिन खासतौर पर तो तुलसी जी का विवाह आयोजन किया जाता है। इसलिए शाम के वक्त पूजा विधि विधान से करें।
4.देवउठनी के दिन सूर्योदय से पहले उठ जाएं और भगवान विष्णु की पूजा करें। इसके साथ ही पूरी रात भजन कीर्तन करके जागरण करने से श्रीहरि प्रसन्न होते हैं।
5.देवउठनी के खास मौके पर गाय को भोजन कराएं। ऐसा करने से आपको सभी कष्टों से निजात मिलेगा।
6.जिन भी लोगों की शादी नहीं हो पा रही है उन्हें देवउठनी के दिन तुलसी नामाष्टक का पाठ करना चाहिए। इससे विवाह में आ रही सभी अड़चनें दूर हो जाएंगी।
7.देवउठनी के दिन घर में तुलसी के साथ-साथ आंवले का पौधा लगाना भी शुभ होता है। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा आप पर हमेशा बनी रहती है।
8.तुलसी विवाह के खास दिन पर दीपदान करना अत्यंत शुभ माना जाता है। कहा जाता है इस दिन सभी देव धरती पर विराजमान होते हैं।