भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जा रही है जिसमें भारतीय क्रिकेट टीम 1-2 से पीछे है। नॉटिंघम टेस्ट में भारत ने इस सीरीज में पहली जीत दर्ज कराई है। अब बता दें कि दुनिया की नंबर एक टीम से उनके फैंस को सीरीज जीतने की आस लगी हुई है।
भारतीय टीम को इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम टेस्ट में 31 रन से तो वहीं लॉर्ड्स में एक पारी और 159 रनों से करारी मात मिली थी। भारतीय टीम ने नॉटिंघम टेस्ट में वापसी करते हुए 203 रनों से धमाकेदार जीत दर्ज कराई है। भारतीय टीम के पास मौका है कि वह 82 पुराने रिकॉर्ड की बराबरी कर सकें।
यह कारनामा ब्रैडमैन की कप्तानी में हुआ था
साल 1936-37 के दौरान ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 0-2 से पिछड़ते हुए सीरीज में वापसी करते हुए 3-2 से अपने नाम कर ली थी। बता दें कि क्रिकेट इतिहास में ऑस्ट्रेलिया एक ऐसी अकेली टीम थी जिसने ऐसा कारनामा किया था। बता दें कि एशेज सीरीज में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के खिलाफ सर डॉन ब्रैडमैन की कप्तानी में यह कारनामा किया था।
इस रिकॉर्ड को बराबर करने का मौका है Virat Kohli के पास
भारतीय टीम ने Virat Kohli की कप्तानी में नॉटिंघम टेस्ट में जीत दर्ज कराई है उसके बाद से वह इस सीरीज को जीतने की दावेदार बन गई है। अगर भारतीय टीम साउथैम्प्टन और द ओवल में खेले जाने वाले आखिरी दो मैचों में जीत दर्ज कराती है तो यह सीरीज भारत के नाम हो जाएगी। इसी के साथ ही लगातार दो टेस्ट हारने के बाद पांच टेस्ट मैचों की सीरीज जीतने वाली वह इतिहास की दूसरी टीम बन जाएगी।
Virat Kohli बन सकते हैं डॉन ब्रैडमैन
डॉन ब्रैडमैन ने साल 1936-37 में एशेज सीरीज में ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी करते हुए मेलबर्न में खेले गए तीसरे टेस्ट की दूसरी पारी में 270 रन बनाए थे जबकि एडिलेड टेस्ट की दूसरी पारी में 212 रन की पारी खेली थी।
आखिरी टेस्ट की बात करें तो पहली पारी में ब्रैडमैन ने 169 रनों की यादगार पारी खेली थी। वहीं भारतीय टीम के कप्तान Virat Kohli की बात करें तो उन्होंने अब तक 149 और 103 रनों की पारी खेली है। उनके नाम इस सीरीज में 440 रन हैं और बाकी बचे तीन मैचों में भी इस प्रदर्शन को बरकरार रखने की उम्मीद है।