काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद काशी के अद्धचंद्राकार घाटों पर सजने वाली शिव दीपावली में भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री क्रूज पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगवानी करेंगे। इस दौरान उत्तर प्रदेश और बिहार के उप मुख्यमंत्री भी प्रधानमंत्री का स्वागत करेंगे। और वाराणसी के घाटों पर गंगा ‘आरती’ एवं जश्न देखेंगे। यह जानकारी रविवार को एक शीर्ष अधिकारी ने दी।
सोमवार की सुबह वाराणसी जाएगे प्रधानमंत्री
वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कहा कि इस प्राचीन नगरी से सांसद प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्रियों को ‘‘काशी की भव्यता’’ दिखाने की इच्छा जताई थी। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री के सोमवार की सुबह वाराणसी हवाई अड्डे पर पहुंचने की संभावना है और वहां से वह हेलीकॉप्टर से संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय जाएंगे जहां एक अस्थायी हेलीपैड बनाया गया है। फिर वह देवी का दर्शन करने काल भैरव मंदिर जाएंगे और फिर कोरीडोर से लगते घाट तक नदी मार्ग से जाएंगे।’’
इस बड़े कोरीडोर की आधारशिला मोदी ने आठ मार्च 2019 को रखी थी जो मुख्य मंदिर को ललिता घाट से जोड़ता है और चारों दिशाओं में भव्य द्वार एवं सजावटी तोरण द्वार बनाए गए हैं।
कोरीडोर का उद्घाटन करेंगे
वाराणसी के जिलाधिकारी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी घाट की तरफ से काशी विश्वनाथ धाम पहुंचेंगे और फिर कोरीडोर का उद्घाटन करेंगे। वह नए कोरीडोर के परिसर और भवनों को देखेंगे। यह कार्यक्रम देश के सभी हिस्सों से बड़ी संख्या में आए साधुओं की मौजूदगी में होगा। कई साधु पहुंच चुके हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘नदी की तरफ से कोरीडोर में प्रवेश करने की उनकी इच्छा थी जहां सभी इंतजाम किए गए हैं। रिवर क्रूज का पूर्वाभ्यास भी जारी है। शाम तक सभी प्रबंध हो जाने चाहिए।’’
ललिता घाट पर मजदूर एक रैंप बनाने में व्यस्त दिखे जिसे क्रूज से कोरीडोर के प्रवेश द्वार तक प्रधानमंत्री के चलने के लिए बनाया जा रहा है। विभिन्न धार्मिक मठों से जुड़े 3000 से अधिक साधु एवं अन्य लोग, कलाकार एवं हस्तियां 13 दिसंबर को कोरीडोर के उद्घाटन में हिस्सा लेने के लिए इकट्ठा हो रही हैं।
कार्यक्रम करीब दो से तीन घंटे तक चलेगा।
जिलाधिकारी ने कहा, ‘‘शाम को प्रधानमंत्री रिवर क्रूज पर मुख्यमंत्रियों एवं उप मुख्यमंत्रियों के साथ अनौपचारिक बैठक करेंगे। वाराणसी का सांसद होने के नाते उन्होंने मुख्यमंत्रियों को नदी किनारे स्थित काशी की भव्यता दिखाने की इच्छा जताई थी। अपने क्रूज से प्रधानमंत्री गंगा आरती देखेंगे और घाटों पर भव्य उत्सव का आनंद उठाएंगे। यहां आतिशबाजी एवं लेजर शो भी होगा।’