भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम के स्तंभ खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों के सामने डट कर खड़े रहे। ब्रिसबेन में खेले गए अंतिम मुकाबले में भारत की दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने जमकर उनके शरीर को निशाना बनाना चाहा,मगर पुजारा फिर भी क्रीज पर दीवार बनकर खड़े रहे। इतना ही नहीं पुजारा के शरीर पर तकरीबन 12 गेंदें लगी होंगी। बावजूद इसके उनका संकल्प कोई नहीं तोड़ सका। वहीं पुजारा ने चौथी पारी में 200 से ज्यादा गेंद भी खेली थी।
बेटी ने इस तरह दूर किया दर्द
टीम इंडिया ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 2-1 से जीत अपने नाम दर्ज की है। सीरीज जीतकर अब टीम इंडिया के धुरंधर स्वदेश वापस लौट चुके हैं। ऐसे में पुजारा भी अपने घर वापस आ गए हैं। इस दौरान पुजारा ने एक इंटरव्यू में बताया कि उनकी बेटी अदिति पुजारा ने दर्द दूर करने के लिए एक गजब का तरीका निकाला है।
महज दो साल की अदिति ने कहा जब उनके पापा चेतेश्वर पुजारा घर वापस आएंगे तब मैं वहां-वहां उनको किस करूंगी,जहां-जहां उनको चोट लगी है। वो इससे जल्दी से ठीक हो जाएंगे।
गौरतबल है ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट की दूसरी पारी में पुजारा के हाथ,सीने,हेलमेट और कई अन्य जगहों पर गेंद लगी। इस बीच पुजारा दर्द में तड़पते हुए भी नजर आए। इसके बावजूद उन्होंने 211 गेंदें खेली और 56 रन बनाए। इसके बाद उन्होंने दूसरे विकेट के लिए शुभमन गिल 91 के साथ 114 रनों की काफी अच्छी साझेदारी करी।
बताते चलें कि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पुजारा 33.87 की औसत से 271 रन ही जुटा पाए हैं। पुजारा सिडनी टेस्ट की दोनों पारियों में अर्धशतक भी जड़ा जिससे टीम इंडिया यह टेस्ट ड्रॉ कराने में सफल रही थी। इससे पहले साल 2018-19 में उन्होंने ऑस्टे्रलिया की सरजमीं पर 74.42 की औसत से 521 रन ही बनाए थे।
चेतेश्वर पुजारा 27 जनवरी को अब चेन्नई के लिए रवाना होंगे। इंग्लैंड की टीम भारत के दौरे पर चार टेस्ट,पांच टी 20 और तीन वनडे मैचों की सीरीज खेलने के लिए आ रही है। बता दें भारत और इंग्लैंड के बीच पहला टेस्ट 5 फरवरी से शुरू होना है जिसके पहले दो टेस्ट मुकाबले चेन्नई के चेपक स्टेडियम में खेले जाएंगे।