गुजरात की राजधानी गांधीनगर और इसके सचिवालय परिसर में एक जंगली तेंदुए के घुस जाने से अफरातफरी मच गयी हालांकि कई घंटे के अभियान के बाद इसे राजभवन नर्सरी के पास से पकड़ लिया गया। यह तेंदुआ तड़के लगभग दो बजे सचिवालय परिसर के गेट संख्या सात के गेट के नीचे से इसमें घुस गया। इसे राज्य रिजर्व पुलिस के एक जवान जसवंत वाघेला ने देखा तो वह सन्न रह गया और उसने अन्य को इसकी सूचना दी।
बाद में वहां लगे सीसीटीवी फुटेज में भी इसे बंद के गेट के नीचे से बैठ कर अंदर घुसते हुए देखा गया। वन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव गुप्ता ने बताया कि पूरे सचिवालय परिसर में इसे पकड़ने का अभियान चलाया गया। इस काम में 350 वन और पुलिसकर्मी लगाये गये थे। इसके चप्पे चप्पे को छान मारा गया पर करीब एक वर्ग किमी के क्षेत्र वाले सचिवालय परिसर में यह नहीं मिला। सचिवालय को दोपहर बाद खोल दिया गया।
इस तेंदुए को बाद में निकटवर्ती राजभवन नर्सरी के पीछे के क्षेत्र में देखा गया और वहां इसे घेर कर बेहोश कर पिंजरे में पकड़ लिया गया। इसे प्राथमिक उपचार के बाद दूर जंगल में छोड़ दिया जायेगा। ज्ञातव्य है कि अहमदाबाद से लगभग 26 किमी उत्तर में स्थित राजधानी गांधीनगर में बड़ संख्या में पेड़ पौधे हैं। इससे 30 किमी दूरी पर वन क्षेत्र भी है। समझा जा रहा है कि यह तेंदुआ वही से भटक कर पहुंचा था।
इस घटना के बाद एहतियात के तौर पर सचिवालय के गेट में नीचे भी लोहे के सरिये लगाये जा रहे हैं ताकि फिर ऐसा कोई जंगली जानवर इसमें प्रवेश न कर पाये। राजधानी में तेंदुए को पकड़ने के लिए चलाये जा रहे इस अभियान के दौरान एहतियात के तौर पर कमांडो को भी तैनात किया गया था। करीब 13 घंटे के बाद इसे पकड़ जाने से लोगों ने राहत की सांस ली क्योंकि रात होने तक अगर इसे नहीं पकड़ जाता तो अंधेरे में इसके लिए अभियान चलाने में खासी मुश्किल पेश आती और लोग दहशत में भी रहते।