केंद्रीय सामाजिक न्याय अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास अठावले ने विदेश राज्यमंत्री एवं पत्रकार एम. जे. अकबर पर महिला पत्रकारों का यौन उत्पीड़न एवं दुर्व्यवहार करने के लगे आरोपों पर चुप्पी तोड़ते हुए आज कहा कि आरोप सही पाये जाने पर एम. जे. अकबर को पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। रामदास अठावले ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘फिलहाल एम. जे. अकबर देश से बाहर हैं।
इस मामले पर हमें उनका पक्ष भी सुनना चाहिए। इस मामले की जांच होनी चाहिए और यदि जांच में उनके खिलाफ लगाये गए आरोप सही साबित होते हैं तो उन्हें पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।’ केंद्रीय मंत्री ने कहा कि महिला पत्रकारों द्वारा एम. जे. अकबर पर लगाये गए आरोप काफी गंभीर हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को अविलंब हस्तक्षेप करना चाहिए।
#MeToo: यौन उत्पीड़न के आरोपों में घिरे अकबर, विदेश से लौटने पर हो सकती है मंत्रालय से छुट्टी
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष रामदास अठावले ने कहा कि किसी भी व्यक्ति चाहे वह नेता हो या अभिनेता को महिलाओं के सम्मान के साथ खिलवाड़ करने का अधिकार नहीं है। हालांकि उन्होंने कहा कि ऐसे आरोपों की सत्यता की जांच करते समय पुलिस को भी काफी सतर्क रहने की जरूरत है ताकि किसी नेता या अभिनेता की छवि खराब न हो।
उल्लेखनीय है कि सोशल मीडिया पर इन दिनों‘प्तमी टू’के नाम से चल रहे अभियान में कई महिला पत्रकारों ने एम. जे. अकबर पर काम के दौरान दुर्व्यवहार एवं यौन उत्पीड़न करने के आरोप लगाए हैं।