बगदाद : इराक में भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन को शीर्ष आध्यात्मिक नेता अयातुल्ला अली सिस्तानी ने भी शुक्रवार को अपना समर्थन दे दिया और सरकार से उनकी मांगों पर गौर करने को कहा।
उल्लेखनीय है कि पिछले चार दिनों से बगदाद और अन्य शहरों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। एएफपी को सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को शुरू विरोध प्रदर्शनों के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प में अब तक चार पुलिसकर्मियों सहित 36 लोग मारे गए हैं।
इराक की बहुसंख्यक शिया आबादी में सम्मानित सिस्तानी के समर्थन से प्रदर्शनकारियों में जश्न का महौल है जिसका प्रदर्शन उन्होंने हर्ष फायरिंग कर किया, इसके साथ ही तीव्र हो रहे प्रदर्शनों को काबू करने की चुनौती का सामना कर रहे प्रधानमंत्री अदेल अब्देल मेहदी पर और दबाव बढ़ गया है।
सिस्तानी ने सरकार से कहा कि लोगों की शिकायतों और प्रदर्शनों को और बढ़ने से रोकने के लिए बहुत देर होने से पहले सरकार को अब कार्य करने की जरूरत है, इस संकट के समाधान के लिए स्पष्ट एवं व्यावहारिक कदम उठाने की जरूरत है, नहीं तो प्रदर्शनकारी और मजबूत होकर लौटेंगे।
इस बीच प्रधानमंत्री मेहदी अपने कठोर रुख पर कायम हैं। उन्होंने शुक्रवार को सुरक्षाबलों की कार्रवाई का बचाव करते हुए कहा कि वे अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप प्रदर्शनकारियों से निपट रहे हैं जबकि संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन ने इराक सरकार और सुरक्षा बलों को शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के अधिकारों का सम्मान करने को कहा।
सिस्तानी के इस रुख को मेहदी सरकार के लिए झटका माना जा रहा है क्योंकि इराक में राजनीतिक संकट के दौरान शीर्ष शिया नेता लगातार अंतिम मध्यस्थ की भूमिका निभाते रहे हैं। सिस्तानी ने ही 2014 में प्रधानमंत्री नूरी अल मालिकी की सरकार को सत्ता से बेदखल करने पर मुहर लगाई थी।
इस बीच ईरान ने अपने नागरिकों को इराक स्थित शिया धार्मिक स्थलों की यात्रा को स्थिति सामान्य होने तक टालने की सलाह दी है।