देश के 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले 62 छावनी बोर्ड कोरोना वायरस की महामारी की चुनौती से निपटने की तैयारियों में जुटे हैं।
इन सभी छावनी बोर्डों में सेना और नागरिकों की कुल आबादी 21 लाख है। सभी छावनी बोर्डों को निर्देश दिए गए हैं कि वे किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पहले से ही अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों तथा गेस्ट हाउसों में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं की पहचान करें।
छावनी बोर्डों के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में नागरिक प्रशासन के अधिकारियों के साथ निरंतर संपर्क में हैं और आवश्यकता के अनुरूप सहायता प्रदान कर रहे हैं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी सभी परामर्शों का छावनी बोर्डों द्वारा कड़ई से पालन किया जा रहा है।
सभी छावनी कार्यालयों के भवनों, आवासीय क्षेत्रों, स्कूल परिसर, पुस्तकालयों, पार्कों और बाजारों को नियमित रूप से संक्रमण मुक्त किया जा रहा है। स्थानीय चिकित्सा अधिकारी आवश्यक सेवाओं में लगे सभी कर्मचारियों के लिए कार्यशालाओं का आयोजन कर रहे हैं और उन्हें कोविड से बचाव के तरीके बता रहे हैं। छावनी के अस्पतालों को भी आपात स्थिति से ?निबटने के लिए तैयार किया जा रहा है।
महानिदेशक रक्षा संपदा (डीजीडीई) के निर्देश के अनुरूप कार्य योजनाएं तैयार की गई हैं। सभी छावनी अस्पताल आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं।
छावनी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों, विशेष रूप से गरीब वर्ग के लिए आवश्यक वस्तुओं, खाद्य पदार्थों इत्यादि की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए एक टास्क फोर्स बनायी गयी है। छावनी बोर्ड निरंतर और निर्बाध जल आपूर्ति व्यवस्था के साथ ही स्ट्रीट लाइट सेवाओं को भी सुनिश्चित कर रहे हैं। अधिकांश छावनियों में निवासियों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं।