पुदुकोट्टई (तमिलनाडु) : तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने तूफान ‘गज’ से प्रभावित राज्य के विभिन्न जिलों का मंगलवार को दौरा किया और प्रभावित लोगों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र से सहायता मांगने के लिए वह इसी हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे।
इस चक्रवात के कारण 46 लोगों की मौत हो गयी थी। चक्रवात के पांच दिन बाद जनजीवन सामान्य होने लगा है। हालांकि कावेरी डेल्टा क्षेत्र में सुबह से बारिश होने के कारण राहत कार्य प्रभावित हुआ।
मौसम कार्यालय ने बंगाल की खाड़ी में बन रहे कम दबाव के क्षेत्र के कारण भारी बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है। बारिश के कारण मुख्यमंत्री को अपना दौरा बीच में ही समाप्त करना पड़ा। खराब मौसम के कारण उनका हेलीकाप्टर नगापत्तनम तथा तिरूवरूर में नहीं उतर सका।
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इस तूफान ने शुक्रवार को चेन्नई से करीब 300 किलोमीटर दूर नगापत्तनम जिले के वेदारण्यम के पास राज्य के समुद्री तट पर दस्तक दी थी। दक्षिणी तमिलनाडु के करीब 10 जिलों में यह तूफान तबाही का मंजर लेकर आया। इनमें से छह जिले बुरी तरह से प्रभावित हुए।
इस बीच राहत कार्य की गति को लेकर राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया है। विपक्षी दल द्रमुक ने प्रभावित क्षेत्रों का देर से दौरा करने के लिए मुख्यमंत्री पर निशाना साधा। वहीं पलानीस्वामी ने विपक्ष की आलोचना के समय को लेकर सवाल किया और आग्रह किया कि उन्हें राजनीतिक मतभेदों को भुलाकर राहत कार्यों में शामिल होना चाहिए।
पलानीस्वामी ने उपमुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम और अन्य मंत्रियों के साथ सुबह पुदुकोट्टई और तंजावुर जिलों का दौरा किया। उन्होंने जोर दिया कि प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है।
उन्होंने अपनी यात्रा बीच में ही छोड़ते हुए संवाददाताओं से कहा कि उनके प्रधानमंत्री से बृहस्पतिवार को मिलने की संभावना है। वह उनसे मदद मांगेंगे। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि राज्य सरकार निश्चित तौर पर केंद्र से मदद पाने के लिए कदम उठाएगी और नुकसान के ब्योरे सबूत के साथ सौंपेगी।
तूफान के कारण नारियल के 40 लाख से ज्यादा पेड़ भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।