जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक के दो दिन बाद शनिवार को कांग्रेस ने कहा कि बैठक के दौरान हुए विचार-विमर्श के सकारात्मक परिणामों के लिए गेंद अब केन्द्र के पाले में है।
कांग्रेस के मुताबिक पार्टी ने बैठक में लोगों की आकांक्षाओं के अनुसार उनकी प्राथमिकताओं को सही तरीके से रखा है। प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष जी.ए. मीर ने पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए आज यहां कहा कि कांग्रेस ने शीर्ष नेतृत्व और पूर्व मंत्री गुलाम नबी आजाद के नेतृत्व में पार्टी आलाकमान के मार्गदर्शन के अनुसार सही तरीके अपनी भूमिका निभाई। पार्टी ने जम्मू-कश्मीर के लोगों की प्राथमिकताओं बहाली के लिए आगे बढ़ने के लिए तथा प्रदेश में जल्द लोकतंत्र बहाल करने के लिए विचार-विमर्श शुरू किया।
उन्होंने कहा, ‘‘बैठक में कांग्रेस द्वारा व्यापक तरीके से मुद्दों को उठाया गया, जिन्हें प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने बड़ धैर्य और ध्यान से सुना।’’ उन्होंने कहा कि पार्टी ने बैठक में चुनाव से पहले जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देने का मुद्दा, लोगों को साथ लेकर पारदर्शी तरीके से परिसीमन की कवायद शुरू करने, राजनीतिक प्रक्रिया के अलावा जमीन और रोजगार गारंटी की सुरक्षा की मांग और कुछ अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों को पूरजोर तरीके से उठाया।
प्रदेश कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद, मोदी के आह्वान पर बुलायी गयी सर्वदलीय बैठक आगे बढ़ने के लिए एक सकारात्मक संकेत है। उन्होंने कहा, ‘‘अब इसका जवाब प्रधानमंत्री को देना है और गेंद केंद, सरकार के पाले में है।’’