झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आज घोषणा की कि साल 2020 तक झारखंड में कोई गरीब बेघर नहीं रहेगा और वे भी सम्मान के साथ जीवन बिता सकें इसके लिए घर के साथ बिजली, शौचालय, पानी और गैस चूल्हा और सिलिंडर भी दिया जा रहा है। श्री दास ने यहां प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गृह प्रवेश पूजनोत्सव एवं ओडीएफ सफलता दिवस समारोह में कहा, ‘आज मेरे जीवन का सबसे खुशी का दिन है। 20,051 बेघर परिवारों को आज पक्का मकान दिया जा रहा है। इसके साथ ही महात्मा गांधी के स्वच्छता के सपने को पूरा करने के लिए राज्य के 41 शहरी निकायों को खुले में शौच से मुक्त कर दिया गया है।
2018 तक पूरे राज्य को हम खुले में शौच से मुक्त कर लेंगे। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत झारखंड में 91 हजार आवासों को मंजूरी दी जा चुकी है। सरकार बाकी आवासों के निर्माण का काम भी तेजी से पूरा कर रही है। इसके साथ ही गरीब कल्याण वर्ष के तहत 25 हजार नवयुवकों को जल्द ही रोजगार से जोड़ जायेगा।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के अंत्योदय का सपना पूरा करने के लिए सरकार काम कर रही है। पूरे राज्य में 2022 तक कोई भी बीपीएल न रहे, इसके लिए झारखंड सरकार काम कर रही है। लोगों को कम से कम 10-15 हजार रुपये की आमदनी हो इसका प्रयास सरकार कर रही है।
श्री दास ने कहा कि स्वच्छता के संकल्प को पूरा करने में सभी का योगदान महत्वपूर्ण है। जहां स्वच्छता होती हैए वहीं ईश्वर का वास होता है। सभी लोग अपने मुहल्ले-टोले में लोगों को जागरूक करने का काम करें। लोगों के जागरूक होने का ही नतीजा है कि आज झारखंड के नौ शहर देश में स्वच्छता के मानक में खरे उतर रहे हैं। अभी काम बाकी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यवासियों के सहयोग से यह काम पूरा हो पायेगा। इसे जनआंदोलन बनाया गया है। इसमें मीडिया ने भी अहम भूमिका निभायी है। कार्यक्रम में उत्कृष्ट नागरिक एवं स्वस्छता मित्रों ने भी अपने अनुभव साझा किये। कार्यकम में नगर विकास मंत्री सीपी सिंह, मेयर आशा लकड़, मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, अपर मुख्य सचिव अमित खरे, नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव अरुण सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव सह उद्योग सचिव सुनील बर्णवाल समेत अन्य लोग उपस्थित थे।