भारत के सर्वाधिक सम्मानित राजनेताओं में एक पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का सोमवार की शाम निधन हो गया। वह 84 वर्ष के थे। मुखर्जी को गत 10 अगस्त को सेना के ‘रिसर्च एंड रेफ्रल हास्पिटल’ में भर्ती कराया गया था। उसी दिन उनके मस्तिष्क की सर्जरी की गई थी। उनके परिवार में दो पुत्र और एक पुत्री हैं।
लंबे समय तक कांग्रेस के नेता रहे मुखर्जी सात बार सांसद रहे। अस्पताल में भर्ती कराये जाने के समय वह कोविड-19 से संक्रमित पाये गए थे। साथ ही उनके फेफड़ों के संक्रमण का भी इलाज किया जा रहा था। उन्हें इसके चलते रविवार को ‘सेप्टिक शॉक’ आया था। चिकित्सकों ने कहा कि शाम साढ़े चार बजे दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का पार्थिव शरीर उनके सरकारी आवास राजाजी मार्ग पर लाया गया। सरकारी आवास पर पहुंच कर भी सभी
नेता पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी श्रद्धांजलि दे रहे है।
-चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवाना, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया और नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को उनके निवास पर अंतिम सम्मान दिया।
-रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्व राष्ट्रपति को उनके निवास स्थान, 10 राजाजी मार्ग पर अंतिम श्रद्धांजलि दी।
– इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पूर्व राष्ट्रपति को अंतिम सम्मान दिया।
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को उनके सरकारी आवास पर पहुंच कर श्रद्धांजलि दी।
-उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने पूर्व राष्ट्रपति को उनके निवास स्थान, 10 शिवाजी मार्ग पर अंतिम सम्मान दिया।
– भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पूर्व राष्ट्रपति को श्रद्धांजलि अर्पित की।
-कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को अंतिम श्रद्धांजलि दी।
-इसके बाद दिल्ली राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने पूर्व राष्ट्रपति को उनके आवास 10 राजाजी में अंतिम सम्मान दिया।