नई दिल्ली : केन्द्रीय मंत्रिमंडल में विस्तार अगले चार-पांच दिन के भीतर होने की सम्भावना है। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नए चेहरे को प्राथमिकता देंगे और जिन राज्यों में इस वर्ष चुनाव होने वाले हैं जैसे गुजरात, हिमाचल अगले वर्ष कर्नाटक। वहां के सांसदों को झंडी वाली कार मिल सकती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मौजूदा मंत्रियों के प्रदर्शन की समीक्षा की है। इनमें से कुछ मंत्रियों के विभाग बदले जा सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि सम्भवतः यह अन्तिम विस्तार होगा। जनता दल (यू) को भी केन्द्रीय मंत्रिमंडल में शामिल करना होगा, अगर अन्नाद्रमुक भी एनडीए में शामिल होती है तो उसे भी केन्द्रीय मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व देना होगा। सभी की नजरें केन्द्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार पर लगी हुई हैं।
रेल हादसों के बाद अगर सुरेश प्रभु की रेल मंत्रालय से छुट्टी होती है, तो पीएम मोदी नितिन गडकरी को नया रेलमंत्री नियुक्त करेंगे। साथ ही रेल मंत्रालय के लिए सुपर परिवहन मंत्रालय की अवधारणा लाई जा सकती है। साल 2014 में बीजेपी के सत्ता में आने के बाद यह विचार आया था। हालांकि चीन विवाद की वजह से रक्षा मंत्रालय पर भी सबकी नजर होगी। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि मोदी अरुण जेटली से कौन सा मंत्रालय वापस लेते हैं।