Madhya Pradesh: उज्जैन के प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में शनिवार को वीआईपी का तांता लगा रहा। बता दें आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास सहित सेना के अफसर भी भगवान महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचे। इस दौरान उज्जैन के प्रमुख इलाकों में सेना के जवानों ने चौकसी की।
cds को महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में पूजा अर्चना करने की अनुमति दी गई
आपको बता दें उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में लेफ्टिनेंट जनरल राणा प्रताप कलिता ने भस्म आरती में सम्मिलित होकर पूजा अर्चना की। उनके महाकालेश्वर मंदिर से जाने के बाद आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास मंदिर पहुंचे।उन्होंने गर्भगृह में विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की।बता दें प्रशासन का कहना है कि महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में 11 सितंबर तक प्रवेश बंद है मगर उज्जैन कलेक्टर और महाकालेश्वर मंदिर समिति का अध्यक्ष कुमार पुरुषोत्तम के निर्देश पर गवर्नर और सीडीएस को महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में पूजा अर्चना करने की अनुमति दी गई थी।
क्या होता है भस्म आरती के दौरान
दरअसल, महाकालेश्वर मंदिर में शनिवार सुबह भस्म आरती के दौरान तीन बजे मंदिर के कपाट खोले गए। जल से भगवान महाकाल का अभिषेक करने के पश्चात दूध, दही, घी, शक्कर, शहद, फलों के रस से बने पंचामृत से पूजन किया गया। भांग, चंदन, सूखे मेवों और आभूषणों से बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार किया गया। मस्तक पर तिलक और चंदन का त्रिपुंड अर्पित कर भगवान महाकाल को भस्म चढ़ाई गई।शेषनाग का रजत मुकुट, रजत की मुंडमाल और रुद्राक्ष की माला के साथ सुगंधित पुष्प से बनी माला धारण कराई गई. फल और मिष्ठान का भोग लगाया। मान्यता है कि भस्म अर्पित करने के बाद भगवान निराकार से साकार रूप में दर्शन देते हैं।