पटना : बिहार के किसानों, मजदूरों, छात्रों, युवाओं 23 सितंबर पटना चले जेपी आंदोलन के अगुवा, देश भर में चल रहे किसान महापंचायत के लिए कमीटी के गठन का निर्माण करने के लिए प्रबुद्ध युवाओं, किसानों तथा छात्रों की एक सभा बुलाई है।
बिहार के हर जिले से हर विधानसभा और प्रखंड से जो भी युवा प्रदेश, जिला तथा प्रखंड कमीटी में शामिल होकर किसान आंदोलन को समर्थन करना चाहते हैं पटना चले। साथियों देश के सबसे बड़े किसान नेता महेंद्र टकैत के बेटे राकेश टकैत के नेतृत्व में चल रहे किसान आंदोलन को 77 साल के उम्र में भी जेपी आंदोलन के अगुवा कंधे से कंधा मिलाकर समर्थन दे रहे हैं।
ये आपके जमीनों को बचाने की लड़ाई हैं, ये भूमिहीन मजदूरों के थाली में रोटी बचाने की लड़ाई हैं। याद रखना अगर आज किसान आंदोलन को समर्थन नहीं किया तो न तुम्हारे जमीन बचेगी और मजदूरों के थाली में रोटी जैसे ही दुध का कारोबार औद्योगिक घरानों ने अपने हाथों में लिया है भारत 99 प्रतिशत गरीब गुरबो के बच्चों के ग्लास से दुध गायब हो गया है उसी तरह गरीबों के थाली से सस्ते रोटी को गायब कर गरीबों को भूखे मारने का सडयंत्र है यह किसान बिल।
एक पूंजीवादी व्यवस्था का समर्थक सरकार कभी देश के सर्वहारा के बारे में नहीं सोचती है। आप सभी विभिन्न जिलों से पटना चले 23 सितंबर नरेन्द्र सिंह के हाथों को मजबूत करने के लिए, अपने जमीनों को बचाने के लिए, मजदूरों के थाली में रोटी बचाने के लिए पटना चले। बागी हिमांशु सिंह उज्जैन, इस आंदोलन से जुड़े।