पटना : बिहार में रोजग़ार ढूंढने वाले युवाओं को रोजग़ार के सुनहरे अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत राष्ट्रीय कौशल विकास निगम एनएसडीसी,4 से 6 नवम्बर को राजधानी पटना के पाटलिपुत्र मैदान में कौशल भारत रोजग़ार मेले का आयोजन कर रहा है। यह तीन दिवसीय मेला सभी उम्मीदवारों को भावी नियोक्ताओं के साथ मिलने तथा 10 से अधिक कार्य क्षेत्रों में उपलब्ध व्यवसायिक प्रशिक्षणए रोजग़ार एवं उद्यमिता के अवसरों के बारे में जानने का मौका प्रदान करेगा। भारत सरकार के विधि एवं न्याय और सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इस मेले का उद्घाटन किया।
रोजग़ार मेला युवाओं को उद्योग जगत में मौजूद रोजग़ार की संभावनाओं के बारे में जानने का मौका प्रदान करेगा, यह कोरपोरेट्स के विस्तृत नेटवर्क को एक मंच प्रदान कर रहा है । सफल उम्मीदवारों को कार्यक्रम स्थल पर ही रोजग़ार दिया जाएगा। विभिन्न क्षेत्रों से 60 से अधिक अग्रणी कंपनियां मेले में हिस्सा ले रही हैं, इनमें बजाज, एसबीआईलाइफ, लेकमी ,एचडीएफसी लाइफ, आईडिया डीलर्स लिमिटेड इत्यादि शामिल है,मेला कुशल उम्मीदवारों को सीधे नियोक्ताओं, एचआर प्रबंधकों, प्रवेश अधिकारियों, परामर्श संस्थाओं और प्रशिक्षण प्रदाताओं से मिलने का मौका प्रदान करेगा। आज पहले दिन 5000 से अधिक उम्मदीवारों ने मेले में हिस्सा लिया।
युवाओं के कौशल प्रशिक्षण के महत्व पर बात करते हुए भारत सरकार में विधि एवं न्याय और सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि छोटे छोटे कार्यो की स्किलिंग होनी चाहिए जैसे डोमेस्टिक वोनसर, ब्यूटी, हॉस्पिटैलिटी सर्विस, हेल्थ मैनेजमेंट इवेंट इत्यादि । हमारी सरकार द्वारा स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए 12 करोड़ लोगों को 7 लाख करोड़ रुपए लोन दिया गया है , साथ ही भारत का जापान के साथ करार हुआ है जिसमे यहां के 3 लाख स्किल युवाओ को जापान में रोजगार मिलेगा , आज सीएससी के तरफ 10 से अधिक उत्पादन की जा रही है जिसमे सैनेटरी नैपकिन, एलईडी बल्ब इत्यादि बनाई जा रही है साथ ही बिहार के कई जिलों में बीपीओ खोले गये है जिसमे गांव के लोगो को रोजगार मिला है, इसमे गांव की लड़कियों को भी रोजगार दिया गया है ।
एनएसडीसी के सीनियर हेड एंड स्टेट अलायन्स जयकांत सिंह ने बताया कि एनएसडीसी तीन दिवसीय कार्यक्रम करवा रही है जिसमें रोजगार मेला के साथ साथ कौशल प्रदर्शनी और काउंसलिंग सेशन भी शामिल है , इसमें काउंसलिंग सेशन उम्मीदवारों और उनके अभिभावकों के लिए भी है ताकि वें अपने करियर के बारे में अच्छी तरह से निर्णय ले सकें , हम सुनिश्चित करते हैं की युवाओं को उनके क्षेत्र में संगठित तरीके से नियोजित करें , इस तरह के रोजगार मेला युवाओं के लिए बेहद जरुरी है क्योंकि यह उनके लिए एक शुरुआती नींव रखने का काम करती है ।
उद्योग उन्मुख संगठन सेक्टर कौशल परिषद भी इस मेले में हिस्सा लेंगे। इन सेक्टर कौशल परिषदों के प्रतिनिधि आगंतुकों को विभिन्न क्षेत्रों जैसे ऑटोमोबाइल, आईटी एवं आईटीईएस, रीटेल, हेल्थकेयर, ब्यूटी, कृषि आदि में जॉब रोल्स, प्रशिक्षण तथा रोजग़ार के अवसरों के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे। राष्ट्रीय कौशल विकास निगम, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के तत्वावधान में एक सार्वजनिक निजी भागीदारी है, जो नौकरी ढूंढने वाले युवाओं को नियोक्ताओं के साथ जोडऩे और व्यवसायिक प्रशिक्षण के अवसर प्रदान करने के लिए विभिन्न हितधारकों जैसे ओद्यौगिक, निजी एवं सरकारी संस्थानों, प्रशिक्षण प्रदाताओं और सेक्टर कौशल परिषदों के सहयोग से रोजगार मेला, कौशल मेला और परामर्श शिविर स्किल साथी जैसे मंचों का आयोजन करती है।
कौशल भारत मिशन को सशक्त बनाने के लिए एनएसडीसी कई कौशल प्रशिक्षण योजनाओं एवं पहलों को भी अंजाम दे रही है जैसे प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, प्रधानमंत्री कौशल केन्द्र एवं एप्रेन्टिसशिप, जो युवाओं, विशेष रूप से स्कूल/ कॉलेज छोड़ चुके युवाओं को कौशल प्रदान कर उन्हें रोजगार योग्य एवं सशक्त बनाने हेतू तत्पर हैं। एनएसडीसी अपनी तरह की अनूठी सार्वजनिक निजी भागीदारी है, जो निजी प्रशिक्षण प्रदाताओं के साथ साझेदारी में कौशल प्रशिक्षण को बढ़ावा देती है। अब तक एनएसडीसी के पास देश के 550 से अधिक जि़लों में 7000 से अधिक प्रशिक्षण केन्द्रों का नेटवर्क, 350 से अधिक प्रशिक्षण प्रदाता और 39 सेक्टर स्किल परिषद हैं। एनएसडीसी अब तक तकरीबन 1.4 करोड़ लोगों को 40 से अधिक क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्रदान कर चुका है।