एक तो मंहगाई की मार और उस पर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगी ‘आग’ कम होने का नाम नहीं ले रही है। आज फिर पेट्रोल-डीज़ल के दाम बढ़े हैं। दिल्ली में पेट्रोल 31 पैसे और डीज़ल 39 पैसे प्रति लीटर महंगा हुआ है। आज दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल 79.15 रुपये का और डीज़ल प्रति लीटर 71.15 रुपये का मिल रहा है। आपको बता दें कि तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के पीछे अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार गिरावट को भी एक वजह बताई जा रही है। आपको बता दें सीएनजी की कीमतों में भी रविवार से बढ़ोतरी हुई है और इसके दाम 41.97 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 42.60 रुपये प्रति किलो हो गए हैं। एनसीआर क्षेत्र में अब सीएनजी 49.30 रुपये प्रति किलो हो गई है।
Petrol at Rs 79.15/litre (increase by Rs 0.31/litre) and diesel at Rs 71.15/litre (increase by Rs 0.39/litre) in Delhi. Petrol at Rs 86.56/litre (increase by Rs 0.31/litre) and diesel at Rs 75.54/litre (increase by Rs 0.44/litre) in Mumbai pic.twitter.com/LCcn8S22p4
— ANI (@ANI) September 3, 2018
कहा जा रहा है कि तेल की कीमतें आने वाले दिनों में और बढ़ सकती हैं। बीते सप्ताह अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल करीब चार डॉलर महंगा हो गया था। हालांकि अमेरिका और चीन के बीच व्यापार जंग गहराने की आशंका से वैश्विक बाजार में शुक्रवार कच्चे तेल की तेजी थम गई। मगर, जानकार बताते हैं मांग और पूर्ति के बदलते परिदृश्य में बहरहाल तेल की महंगाई से निजात मिलने की संभावना नहीं दिख रही है।
एंजेल ब्रोकिंग लिमिटेड के रिसर्च (कमोडिटीज व करेंसी) के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता की माने तो ब्रेंट क्रूड में 80 डॉलर प्रति बैरल और डब्ल्यूटीआई (अमेरिकी लाइट क्रूड) में 75 डॉलर प्रति बैरल का स्तर तक का उछाल देखने को मिल सकता है। इस प्रकार पेट्रोल और डीजल की कीमतें आगे और बढ़ सकती हैं।
तेल की बढ़ती कीमतों के लिए बाहरी कारक जिम्मेदार: प्रधान
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि देश में पेट्रोल और डीजल का दाम बढ़ने के पीछे ‘बाहरी कारक’ जिम्मेदार हैं और ईंधन कीमतों में बढ़ोत्तरी का यह दौर अस्थायी है। यहां आयोजित एक सम्मेलन से इतर पत्रकारों से चर्चा में प्रधान ने कहा कि कच्चे तेल में उत्पादन की कमी घरेलू बाजार में ईंधन की कीमतें बढ़ने का एक बड़ा कारण है।