नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव 2019 में अपनी सीट गवां चुके सांसदों को जल्द ही लुटियंस जोन स्थित सरकारी बंगालों को खाली करना होगा। लोकसभा सचिवालय द्वारा जारी आवास संबंधित परिपत्र में ऐसे 517 सरकारी आवासों का जिक्र है, जिन्हें खाली करवाने की कवायत शुरू हो गई है।
जिन बंगलों को खाली करवाया जा रहा है उसमें कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, कांग्रेसी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बेटे दीपेंद्र हुड्डा, भाजपा से कांग्रेस में गए पूर्व सांसद उदित राज सहित तृणमूल कांग्रेस, इंडियन नेशनल लोकदल, आम आदमी पार्टी, बिजू जनता दल(बीजेडी) सहित अन्य पार्टी के कई बड़े नेता शामिल हैं।
बंगलों को खाली करवाने के आदेश के बाद नई दिल्ली नगर पालिका परिषद के कर्मचारियों ने बिजली-पानी के कनेक्शन काटने का काम भी शुरू कर दिया है। कई जगहों पर कार्रवाई हो चुकी है, जबकि कुछ को नेताओं को समय दिया गया है। इस संबंध में एनडीएमसी के चेयरमैन नरेश कुमार का कहना है कि सांसदों के तरफ से बिजली पानी कटाने का आवेदन दिया गया था। उसी के आधार पर कार्रवाई की जा रही है, जबकि कुछ को समय दिया गया है।
किराए पर रहेंगे ज्योतिरादित्य सिंधिया… 400 कमरे वाले महल में रहने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया जल्द ही दिल्ली में एक किराए के मकान में रहेंगे। चुनाव हारने के बाद कांग्रेस महासचिव और पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को दिल्ली के 27, सफदरजंग रोड पर स्थित सरकारी आवास खाली करना होगा। लोकसभा चुनाव हारने के बाद सिंधिया को इस बंगले में रहने की पात्रता नहीं है। बता दें कि 33 साल से यह बंगला सिंधिया परिवार के पास रहा है, लेकिन चुनाव हारने के बाद अब सिंधिया परिवार को यह बंगला खाली करना होगा।
जीते सांसदों का भी बदलेगा पता
आवासों को लेकर जारी आदेश के तहत केवल हारने वालों को ही अपना बंगला खाली नहीं करना बल्कि कई जीते सांसदों को भी अपना सरकारी आवास बदलना होगा। जारी आदेश के तहत कई ऐसे सांसद हैं जो जीतकर आए हैं, उन्हें भी अपना आवास खाली करने का निर्देश दिया गया है। इसमें भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी, सहित अन्य बड़े नेता शामिल हैं। मिली जानकारी के अनुसार इन सांसदों को जरूरत व नियम के तहत अन्य बंगाले आबंटित किए जाएंगे।
नए सांसदों के लिए तैयार हो रही सूची
लोकसभा चुनाव 2019 में जीतकर आए नए सांसदों के लिए सरकारी आवास देने की सूची तैयार होनी शुरू हो गई है। इस चुनाव में बसपा सहित कई पार्टी से सांसद जीतकर आए हैं। उक्त पार्टी से पिछली बार एक भी सांसद नहीं थे।