नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के परिसर में हुई झड़प के बाद हिरासत में लिए गए छात्रों को सोमवार को रिहा कर दिया गया है। वहीं छात्रों को यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर नजमा अख्तर का साथ मिला है। वाइस चांसलर ने कहा कि यह अकेले उन छात्रों की लड़ाई नहीं है, मैं उनके साथ हूं। साथ ही उन्होंने कहा कि जिस तरह से छात्रों के साथ बर्ताव किया गया है, उससे वह दुखी हैं।
वाइस चांसलर ने एक वीडियो मैसेज में कहा है, ‘जिस तरीके से मेरे छात्रों के साथ पेश आया गया है, उससे मैं दुखी हूं। मैं मेरे छात्रों को बताना चाहती हूं कि वे इस लड़ाई में अकेले नहीं हैं। मैं उनके साथ हूं। मैं इस मामले को जहां तक होगा आगे लेकर जाऊंगी।’ गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों की जामिया मिल्लिया इस्लामिया के समीप न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में पुलिस के साथ झड़प हो गई, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने डीटीसी की चार बसों और दो पुलिस वाहनों में आग लगा दी।
जामिया में प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिए गए 50 छात्र रिहा : दिल्ली पुलिस
झड़प में छात्रों, पुलिसकर्मियों और दमकलकर्मी समेत करीब 60 लोग घायल हो गए। पुलिस ने भीड़ को खदेडने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े लेकिन उन पर गोलियां चलाने की बात से इनकार किया है। हालांकि, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहे हैं जिनमें कथित तौर पर पुलिस गोलीबारी करती हुई, विश्वविद्यालय के बाथरूम में घायल छात्र, और लहुलुहान हालत में छात्र दिखाई दे रहे हैं।
वहीं दिल्ली पुलिस ने झड़पों के दौरान किसी के हताहत होने की खबरों से इनकार किया है। सड़कों पर आगजनी के बाद पुलिस जामिया विश्वविद्यालय के परिसर में घुस गई जहां हिंसा में कथित तौर पर शामिल कई लोगों को हिरासत में लिया था।