नई दिल्ली, (पंजाब केसरी): दिल्ली में सोमवार सुबह 90 किमी की स्पीड से चली तेज हवाओं के कारण दिल्ली में शान से लहरा रहे तिरंगे फट गए, जबकि 8 दर्जन से अधिक पेड़-पौधे गिर गए, वहीं एक दर्जन के करीब मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। मकान गिरने की घटनाएं में दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में करीब एक दर्जन से अधिक लोग घायल होने की सूचना है। दिल्ली सरकार के विभाग का कहना है कि देश के शान तिरंगे को सम्मान के साथ दिल्ली के विभिन्न जगहों पर लगाया गया है, लेकिन सोमवार को चली तेज हवाओं के कारण यह सभी क्षतिग्रस्त हो गए। इन सभी तिरंगों को सम्मान के साथ उतारा जाएगा और उनकी जगहों पर सम्मान के साथ नए तिरंगों को लगाया जाएगा। वहीं दिल्ली नगर निगम के अनुसार दिल्ली के सभी 12 जोन 8 दर्जन से अधिक पेड़ गिर गए हैं। इनमें से काफी पेड़ ऐसे है तो सालों पुराने है और हवाओं के कारण जड़ से उखड़ गए। निगम के अनुसार हवाओं के कारण महरोली, चिराग दिल्ली, मौजपुर सहित करीब एक दर्जन जगहों पर मकान गिर गए या क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कुछ जगहों पर मकान के छज्जे टूट कर नीचे गिर गए, जिसकी चपेट में आकर लोग घायल हो गए हैं। पुलिस की माने तो करीब 12 लोगों के घायल होने की सूचना मिली है।
4 दर्जन से अधिक फ्लाईट प्रभावित
दिल्ली में सोमवार सुबह चली तेज आंधी के कारण इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर आने-जाने वाले 4 दर्जन से अधिक फ्लाइट प्रभावित हुए। जिस कारण यात्रियों को परेशान होना पड़ा। खराब मौसम को लेकर दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने ट्वीट कर यात्रियों को जानकारी भी दी। उन्होंने कहा कि खराब मौसम के कारण दिल्ली एयरपोर्ट पर उड़ान संचालन प्रभावित है। दिल्ली हवाई अड्डे से मिली जानकारी के अनुसार खराब मौसम और अन्य संबंधित कारणों से 40 से अधिक प्रस्थान उड़ानों में देरी हुई। वहीं करीब 18 आगमन उड़ानों में भी देरी हुई और दो उड़ानें रद्द कर दी गईं। यात्रियों ने बताया कि सुबह के समय तेज आंधी चलने के दौरान एयरपोर्ट पर स्थिति काफी खराब हो गई। हवाओं के कारण यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ा।
पेड़ गिरने व जल भराव से लगा लंबा जाम
दिल्ली में चली तेज हवाएं और बारिश के कारण लोगों सड़को पर जाम से जूझना पड़ा। दिल्ली ट्रेफिक पुलिस के अनुसार बारिश के बाद पुल पहलाद पुर रेलवे अंडर पास को बंद कर दिया गया, जबकि अन्य कई जगहों पर दिल्ली जल बोर्ड व अन्य विभागों के कारण ट्रैफिक को टार्यवट किया गया। इसके अलावा कई जगहों पर सड़कों पर ही पेड गिरने के कारण सड़के बाधित हुई।