अंबाला : कैथल की कष्ट निवारण समिति की बैठक के दौरान सस्पेंड किए गए स्वास्थ्य कर्मी अनिल विज से मिलने पहुंचे। उन्होंने अपनी गलती के लिए विज से माफी देने की गुहार लगाई। इस दौरान स्टाफ नर्स मंत्री के सामने फूट-फूट कर रोई व हाथ जोड़कर माफी भी मांगी। लगभग सवा 11 बजे कर्मचारी विज से मिले। इस दौरान हरियाणा राज्य कर्मचारी संघ के बलजीत सिंह संधू की ओर से निलंबित कर्मचारियों को बहाल करने के लिए विज को एक मांगपत्र भी दिया गया। जिसमें लिखा था कि 11 मई को कैथल की कष्ट निवारण समिति की बैठक में किसी शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग के चार कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया।
ये चारों कर्मचारी कई वर्षों से ईमानदारी से काम करते हुए अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। इन कर्मचारियों को बहाल किया जाए। लेकिन विज ने उनकी एक नहीं सुनी और कहा कि यह स्वास्थ्य विभाग है, यहां किसी के स्वास्थ्य से खिलवाड़ नहीं हो सकता। विज ने कहा कि लोगों को खून के आंसू रुलाने वालों के लिए मेरे पास माफी का कोई खाता नहीं। विज से मिलने आए एम्बुलेंस चालक, ईएमटी, नर्सिंग सिस्टर और स्टाफ नर्स को बैरंग वापस लौटना पड़ गया। कर्मचारियों ने खुद को बेकसूर बताया।
नर्स ने बताया कि उसकी कोई गलती नहीं है। जिस व्यक्ति ने उसकी शिकायत की है, उसके बच्चे की मौत की वजह वे नहीं है। उसने डॉक्टर को बुलाया था और उसके बाद उसकी डयूटी खत्म हो गई। डयूटी खत्म होने के बाद बच्चे की मौत हुई और डयूटी के बाद भी उसे जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। उसकी गलती न होने के कारण भी उसे सस्पेंड किया गया है जो उसके साथ बहुत नाइंसाफी है।
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(राजेन्द्र भारद्वाज)