लोकसभा चुनाव से ही पश्चिम बंगाल में टीएमसी और बीजेपी के बीच तनाव जारी है। आए दिन दोनों पार्टियों के बीच झड़पे हो रही है। लगतार दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं की हत्या की जा रही है। इस तनाव के हिंसक रूप से लेने से राज्य में चिंताजनक स्थिति पैदा हो गई है। वहीं बीजेपी ने सोमवार को बशीरहाट में 12 घंटे का बंद और पूरे बंगाल में काला दिवस मनाने का ऐलान किया है।
टीएमसी सरकार ने गृह मंत्रालय की एडवाइजरी को असंवैधानिक बताते हुए इसे बंगाल की जनता का अपमान बताया है।
तृणमूल कांग्रेस के महासचिव एवं पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी ने पत्र में लिखा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जमीनी हकीकत जाने बिना या राज्य सरकार से रिपोर्ट लिए बिना निष्कर्ष निकाल लिया।
गृह मंत्रालय ने अपनी एडवाइज़री में कहा है कि केंद्र बंगाल की स्थिति पर चिंतित है। वहां एक हफ्ते से जारी हिंसा को देखते हुए लगता है कि राज्य की क़ानून व्यवस्था पूरी तरह विफल हो गई है। लोकसभा चुनाव और उसके बाद राज्य में कई बार टीएमसी और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़पें हुईं हैं। मंत्रालय ने उन अधिकारियों को भी कड़ी सजा देने को कहा है जो अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर रहे हैं।
तृणमूल कांग्रेस ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को सोमवार को लिखे एक पत्र में आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल सरकार को भेजा गया गृह मंत्रालय का परामर्श विपक्ष शासित राज्यों में ‘‘सत्ता हथियाने की’’ चाल और ‘‘गहरा षड्यंत्र’’ है। तृणमूल कांग्रेस के महासचिव एवं पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी ने पत्र में लिखा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जमीनी हकीकत जाने बिना या राज्य सरकार से रिपोर्ट लिए बिना निष्कर्ष निकाल लिया।
उन्होंने लिखा, ‘‘हमारे पास यह मानने का कारण है कि यह राजनीतिक रूप से बीजेपी के विरोधी दलों के शासन वाले राज्यों में सत्ता हथियाने के लिए चली गई चाल है। इतना ही नहीं, यह राज्य सरकार को बदनाम करने और अलोकतांत्रिक, अनैतिक तथा असंवैधानिक तरीकों से पश्चिम बंगाल का प्रशासन हथियाने के लिए रचा गया एक गहरा षड्यंत्र है।’’
टीएमसी नेता पार्थ चटर्जी ने गृह मंत्रालय पर कानून और व्यवस्था की स्थिति के बारे में सरकार को सलाह नोट जारी करते हुए कहा, यूपी और गुजरात में बच्चे और यादव मारे जा रहे हैं, तब आप (बीजेपी) कहां थे? बीजेपी हमारे कार्यकर्ताओं को परेशान कर रही है और मार रही है।