श्योपुर : बत्तीसा क्षेत्र के ग्राम लुहाड़ मे भारत का राष्ट्रीय पक्षी मोर 12 की संख्या मे मृत मिले जबकि 10 मोरो को उपचार के बाद बचा लिया गया । प्रथम दृष्टया मिली जानकारी के अनुसार ग्राम लुहाड़ के एक खेत मे चने की फसल मे कीटनाशक का छिड़काव हो रहा था उसे खाने के चलते इनकी मौत हुई हालाकि विभाग की ओर से मौत के कारणों का खुलासा पोस्ट मार्टम रिर्पोट के बाद ही होगा।
भारत का राष्ट्रीय पक्षी ओर देखभाल के नाम पर कहे तो प्रत्येक वर्ष बड़ोदा अंचल मे शिकारियों अथवा बीमारी ओर इस वर्ष फसल मे कीटनाशक के चलते लगातार मौतें हो रही है ओर जिम्मेदार की बात करे तो जैसे वह तो कुम्भकर्णी नींद मे सो रहा हो या उसे ल्रातार होती माेरों की कृत्य से जैसे कोई वास्ता ही नही हो ।
जिले के बत्तीसा क्षेत्र के ग्राम लुहाड़ मे एक ग्रामीण सुबह अपने खेत की ओर जा रहा था तो उसने वहीँ काफी मोर मृत देखे व बहुत संख्या मे तड़पते। जिसे देखकर सबसे पहले उसने ग्रामीणों को इकठ्ठा किया व घायल मोरो को उपचार हेतु बडोदा पशु चिकित्सालय लाया ओर घायल मेारों का उपचार करवाया गया । हालाकि उपचार के दोरान ग्रामीणो की सूचना पर वन अमला भी पहु़च गया, ग्रामीणों द्वारा वन अमले को घायल मोर सुपुर्दगी मे दे दिये ।
मृत मोरो का पोस्ट मार्टम किया गया ओर उनके मृत होने के विस्तृत कारणों की पड़ताल के लिए जाँच हेतु जबलपुर केन्द्र पर भेज दिया गया जहाँ से रिर्पोट प्राप्त होने के पश्चात ओपचारिक रूप से कुछ कहा जा सकेगा कि आखिर मोतो का क्या कारण रहा। ग्रामीणों की माने तो एक होटल व्यवसायी के खेत मे खड़ी चने की फसल मे कीटनाशकों को उपयोग किया गया था जिसके चलते ये हादसा हुआ ।
ग्रामीणों की सूचना उपरान्त वन अमला तत्परता से मौके पर पहुचा मौत के कारणों की जाँच के लिए पीएम रिर्पोट की प्रतीक्षा है उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है
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