मोदी सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत में लोकतंत्र नहीं है। यह कल्पना में हो सकता है, लेकिन वास्तविकता में नहीं।
राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने संवाददाताओं से कहा कि सरकार को संसद का संयुक्त सत्र बुलाना चाहिए और इन कानूनों को वापस लेना चाहिए। ‘‘राष्ट्रपति से हमने कहा कि ये कानून किसान विरोधी हैं और इससे मजदूरों और किसानों का बहुत नुकसान होने जा रहा है तथा किसान इन कानूनों के खिलाफ खड़ा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री को यह नहीं सोचना चाहिए कि ये मजदूर और किसान वापस चले जाएंगे। जब तक ये कानून वापस नहीं लिए जाते तब तक ये किसान पीछे नहीं हटेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘संयुक्त सत्र बुलाइए और कानूनों को वापस लीजिए।’’ कांग्रेस नेता ने दावा किया कि अगर प्रधानमंत्री ने कानून वापस नहीं लिए तो सिर्फ बीजेपी और आरएसएस को नहीं, बल्कि देश को नुकसान होने जा रहा है।
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राष्ट्रपति भवन तक मार्च के दौरान पार्टी नेताओं को हिरासत में लिए जाने पर राहुल गांधी ने कहा, भारत में लोकतंत्र नहीं है। यह आपकी कल्पना में हो सकता है, लेकिन वास्तविकता में नहीं। उन्होंने कहा, चीन अभी भी सीमा पर है। इसने भारत की हजारों किलोमीटर जमीन छीन ली है। पीएम इसके बारे में क्यों नहीं बोलते, वह चुप क्यों हैं?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, आपके पास एक अक्षम व्यक्ति है जो कुछ भी नहीं समझता है और 3 या 4 अन्य लोगों की ओर से एक प्रणाली चला रहा है जो सब कुछ समझते हैं।