केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि तेजी से हो रहे शहरीकरण के कारण बढ़ते यातायात और सोशल मीडिया के माध्यम से फैलाई जाने वाली अफवाहों से निपटना देश की पुलिस के सामने प्रमुख चुनौतियां हैं।
युवा पुलिस अधीक्षकों के दूसरे सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद गृह मंत्री ने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को बलों में अच्छे मनोबल के लिए अपने अधीनस्थों के साथ सम्मानजनक और सभ्य तरीके से व्यवहार करना चाहिए।
इस दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन पुलिस अनुसंधान और विकास ब्यूरो कर रहा है जो केन्द्रीय गृह मंत्रालय के तहत कार्य करता है।
गृह मंत्री ने कहा ,‘‘ पुलिस के समक्ष कई चुनौतियां हैं और तेजी से होते शहरीकरण के साथ ही यातायात प्रबंधन एक बड़ी समस्या बन रही है। हमें (पुलिस और सुरक्षा प्रतिष्ठान) इसके बारे में सोचना होगा और प्रभावी समाधान ढूंढना होगा। ’’
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उन्होंने कहा ,‘‘ दिल्ली में भी लोगों को यातायात की समस्या का सामना करना पड़ता है और इस विषय पर हमें नियमित रूप से शिकायतें मिलती हैं। ’’
विभिन्न राज्य पुलिस और केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बलों के पुलिस अधीक्षकों और कमांडेंट रैंक के अधिकारियों से बात करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि विभिन्न सोशल मीडिया मंचों का इस्तेमाल करके दुर्भावनापूर्ण खबरें और अफवाहें फैलाये जाने का खतरा एक ‘‘ बड़ी चुनौती ’’ है।
सिंह ने कहा ,‘‘ इसमें कोई शक नहीं है कि सोशल मीडिया एक अच्छा माध्यम है लेकिन यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि इसका इस्तेमाल रचनात्मक ढंग से किया जाये। ’’ गृह मंत्री ने देश में पुलिसकर्मियों की छवि और काम करने की स्थितियों के बारे में भी बात की।
उन्होंने कहा ,‘‘ एक पुलिसकर्मी पर काम का बोझ बहुत अधिक है। कभी – कभी उन्हें 18 घंटे में केवल एक बार भोजन मिलता है। आप इस तरह के व्यक्ति की मानसिक स्थिति को समझ सकते हैं … हर पुलिसकर्मी में एक भावुक प्राणी भी होता है। ’’
गृह मंत्री ने पुलिस अधिकारियों को सलाह दी कि उन्हें अपने अच्छे व्यवहार और काम करने के बेहतर माहौल को बढ़ावा देकर एक उदाहरण पेश करना चाहिए।