LAC विवाद को लेकर बोले CDS बिपिन रावत- बातचीत फेल हुई तो सैन्य विकल्प तैयार - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

LAC विवाद को लेकर बोले CDS बिपिन रावत- बातचीत फेल हुई तो सैन्य विकल्प तैयार

बिपिन रावत ने कहा कि लद्दाख में चीनी सेना द्वारा किए गए बदलाव से निपटने के लिए सैन्य विकल्प है।

चीन के साथ चल रहे सीमा विवाद को लेकर हुए बातचीत में गतिरोध उत्पन्न हो गया है क्योंकि इस बीच चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने कहा कि लद्दाख में चीनी सेना द्वारा किए गए बदलाव से निपटने के लिए सैन्य विकल्प है। उन्होंने कहा कि इस विकल्प का उपयोग सैन्य और राजनयिक स्तर पर बातचीत विफल होने के बाद किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि “लद्दाख में चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी द्वारा किए गए बदलावों से निपटने के लिए हमारे पास सैन्य विकल्प मौजूद है।” भारतीय सेना जोर देकर कह रही है कि तीन महीने से अधिक पुराने सीमा गतिरोध को हल करने के लिए चीनी (पीएलए) को इस वर्ष अप्रैल की यथास्थिति को बहाल करना होगा। वहीं चीनी पक्ष मुख्य बातों से ध्यान हटाते हुए इधर-उधर की रणनीति का सहारा ले रहा है और सीमा गतिरोध का हल खोजने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है।
भारत और चीन ने बृहस्पतिवार को मौजूदा समझौतों और प्रोटोकॉल के तहत, लंबित मुद्दों के जल्द निपटारे पर सहमति जताई थी। दोनों पक्षों के बीच पूर्वी लद्दाख में सीमा संबंधी गतिरोध को लेकर ताजा राजनयिक वार्ता के बाद विदेश मंत्रालय ने यह बात कही थी। पिछले ढाई महीनों में भारत और चीन के बीच सैन्य और राजनयिक स्तरीय कई दौर की वार्ता हुयी है लेकिन पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद के समाधान के लिए कोई महत्वपूर्ण प्रगति नहीं हुई है।
बृहस्पतिवार को भी दोनों पक्षों के बीच राजनयिक वार्ता का एक और दौर हुआ जिसके बाद विदेश मंत्रालय ने कहा था कि भारत और चीन ने मौजूदा समझौतों और प्रोटोकॉल के तहत लंबित मुद्दों को ‘‘शीघ्र आधार’’ पर निपटाने पर सहमति जतायी है। सूत्रों ने बताया कि चीनी सेना गलवान घाटी और संघर्ष के कुछ स्थानों से पीछे हटी है लेकिन पेंगांग सो, देपसांग ओर कुछ अन्य क्षेत्रों में सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ी है।
कोर कमांडर स्तर की वार्ता के पांच दौर में भारतीय पक्ष ने जल्द से जल्द चीनी सैनिकों के पूरी तरह से पीछे हटने और पूर्वी लद्दाख के सभी क्षेत्रों में अप्रैल से पहले की यथास्थिति तत्काल बहाल करने पर जोर दिया है। दोनों पक्षों के राजनयिक और सैन्य वार्ता में लगे होने के बीच भारतीय सेना सर्दियों के महीनों में पूर्वी लद्दाख में सभी प्रमुख क्षेत्रों में सैनिकों की अपनी मौजूदा ताकत बनाए रखने के लिए विस्तृत तैयारी कर रही है।
गौरतलब है कि 15 जून को गलवान घाटी में हिंसक झड़पों के बाद दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ गया। हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैन्यकर्मी शहीद हो गये थे। चीनी सैनिक भी हताहत हुए लेकिन उसने इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी। अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट के अनुसार चीन की तरफ हताहतों की संख्या 35 है।

World Corona : वैश्विक स्तर पर महामारी का कहर तेज, पॉजिटिव मामलों का आंकड़ा 2 करोड़ 33 लाख के पार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

fifteen − two =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।