कांग्रेस ने विदेश मंत्री एस जयंशकर द्वारा राहुल गांधी के सवाल के जवाब में किए गए ट्वीट को लेकर बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि विदेश मंत्री तथ्यों को उलझा रहे हैं और जवानों को निहत्थे भेजकर उनकी जान जोखिम में डालने को सीमा समझौते का हवाला देकर सही ठहराने की कोशिश कर रहे हैं।
गौरतलब है कि राहुल गांधी एक ट्वीट के के बाद जयशंकर ने उसे रिट्वीट करते हुए कहा, ‘‘हम तथ्य को स्पष्ट कर दें। सीमा ड्यूटी पर सभी सैनिक हमेशा अपने पास हथियार रखते हैं, खासकर जब वे चौकी से बाहर निकलते हैं। जवानों ने 15 जून को गलवान में भी ऐसा किया था।
लंबे समय से चले आ रहे चलन (1996 और 2005 के समझौतों के अनुसार) टकराव के दौरान आग्नेयास्त्रों का उपयोग नहीं किया जाता।’’ इस पर कांग्रेस के मुख्य प्रव्रक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सीमा पर चीन के सैनिकों के साथ भारतीय जवानों की धक्कामुक्की से जुड़ा एक वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया, ‘‘एस जयशंकर जी, तथ्यों को उलझाइये मत।
Let us not muddle facts @DrSJaishankar
Pl see the video on social media & tell why no firearms are being carried(see 34th sec for Galwan)And Stop quoting Agreement on Border Management to justify sending Soldiers Unarmed in tactical military situation with lives at stake pic.twitter.com/MT1rjZYJ23
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) June 18, 2020
कृपया सोशल मीडिया में वायरल इस वीडियो को देखिए और बताइए कि जवानों के पास हथियार क्यों नहीं है?’’ उन्होंने कहा, ‘‘सैनिकों की जान जोखिम में डालकर उन्हें सैन्य टकराव के हालात में निहत्थे भेजने को सही ठहराने के लिए सीमा प्रबंधन से जुड़े समझौते का हवाला देना बंद करिए।’’
इससे पहले राहुल गांधी ने लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवानों के शहीद होने को लेकर सरकार पर निशाना साधा और सवाल किया कि ‘हमारे सैनिकों को शहीद होने के लिए निहत्थे क्यों भेजा गया।’