रायपुर: बीजेपी में उग्र हिंदुत्व का चेहरा, फ्रायर ब्रांड और मौजूदा दौर में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का मानना है कि हिंदुत्व को गलत परिप्रेक्ष्य में पेश किया जाता है। हिंदुत्व के मुद्दें पर उन्होने बोलते हुए कहा हिंदु धर्म केवल पूजा उपासना की पद्धति नही है, यह संपूर्ण रुप में जीवन जीने की कला है।
योगी आदित्यनाथ ने इस प्रसंग को खुलकर स्वीकारा और मुस्कुराते हुए कहा मेरा चयन मुख्यमंत्री पद के लिए प्रधानमंत्री मोदी जी ने किया तो एक समुदाय प्रफुल्लित हुआ लेकिन भारतीय संस्कृति-परंपरा का जो लोग विरोध करते हैं, वो मुझे कैसे स्वीकार कर सकते थे,लेकिन सात महीने में चीज़ें बदली हैं। हिंदुत्व को विकास का विरोधी मानने वालो को धक्का लगा है।योगी ने कहा विकास एकांगी नहीं होता, संस्कृति परंपरा के साथ जब विकास हो, तभी विकास होता है।
योगी आदित्यनाथ ने सीएम डॉ रमन की तारीफ़ की और कहा डॉ रमन सिंह ने कई मानक स्थापित किए हैं, राजनीति में स्थिरता जरुरी है और स्थिरता के साथ विकास जो छत्तीसगढ का डॉ रमन सिंह जी ने किया वो उदाहरण है। योगी आदित्यनाथ ने कऱीब चालीस मिनट तक उद्बोधन दिया पर उनके संबोधन में बार बार हिंदुत्व आता रहा। योगी ने राष्ट्रद्रोह की एक और परिभाषा प्रस्तुत की जबकि उन्होने कहा किसी भी राष्ट्र के अतीत का गौरव उसको आगे बढऩे की प्रेरणा देता है। इतिहास को सही परिप्रेक्ष्य में रखा जाना चाहिए। देश के इतिहास को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत करना राष्ट्रद्रोह से कम नहीं।