गुवाहाटी : भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बांग्लादेश , म्यामां और भूटान जैसे पड़ोसी देशों के साथ संबंध बेहतर होने से पूर्वोत्तर क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में परिवर्तन होगा जिससे विकास में वृद्धि होगी। शाह ने कहा , ‘‘ बांग्लादेश के साथ भूमि सीमा समझौते पर हस्ताक्षर करने की प्रधानमंत्री की पहल से क्षेत्र का विकास होगा और पांच से 10 वर्षों में पड़ोसी देश में बंदरगाह पूर्वोत्तर में उत्पादित सामान की ढुलाई करेंगे। ’’ शाह ने कहा कि समझौते से पूर्वोत्तर में उत्पादित सामान के लिए बांग्लादेश का बाजार खुलेगा। शाह यहां नार्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (एनईडीए) के तीसरे सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे जिसमें क्षेत्र के छह मुख्यमंत्रियों ने हिस्सा लिया। शाह ने आरोप लगाया कि असम और क्षेत्र के कुछ राज्यों की विकास दर स्वतंत्रता के समय सबसे अधिक विकास दरों में थी लेकिन कांग्रेस शासनकाल में इसमें काफी कमी आयी।
उन्होंने कहा ,‘‘ वह मोदी जी थे जिन्होंने क्षेत्र को बड़ा महत्व दिया , समस्याओं का विश्लेषण किया और उन्हें समझा तथा विकास लाने के तरीके निकाले। ’’ उन्होंने कहा , ‘‘ यदि राज्य प्रधानमंत्री की पहल वाले कदमों पर चले तो सकारात्मक परिणाम आएंगे और पूर्वोत्तर बहुत उच्च विकास दर हासिल कर सकता है। ’’ गत चार वर्षों के दौरान प्रधानमंत्री ने क्षेत्र में शांति लाने के लिए कदम उठाये और देशों एवं राज्यों के बीच सीमा विवादों को सुलझाया तथा क्षेत्र में भ्रष्टाचार मुक्त सरकारें सुनिश्चित की। भाजपा अध्यक्ष ने कहा , ‘‘ मोदी ने भूटान , बांग्लादेश और म्यामां के साथ संबंध सुधारे जिससे क्षेत्र में शांति आयी , 5000 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा सुरक्षित की और पूर्व की ओर देखों नीति शुरू की जिससे दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के साथ आर्थिक संबंधों में सुधार हुआ। ’’
भाजपा नेता ने कहा कि एनईडीए में भाजपा और क्षेत्र में उसके सहयोगी दल हैं। पूर्व की ओर देखो नीति को लागू करने और क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में परिवर्तन लाने में इसकी एक बड़ी भूमिका है उन्होंने कि इससे पहले कांग्रेस के शासन में पूर्वोत्तर में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार था लेकिन अब भाजपा और उसके सहयोगियों ने सुनिश्चित किया कि क्षेत्र ‘‘ ब्रीफकेस राजनीति से विकास राजनीति की ओर बढे और जल्द ही देश की अर्थव्यवस्था में एक बड़ा योगदान करने वाला बने। ’’ भाजपा सरकार ने पूर्वोत्तर में वायु , रेल , सड़क और आईटी सम्पर्क बढ़ाने के लिए विशेष पहल की।
उन्होंने कहा कि सरकार ने 5300 किलोमीटर सड़क निर्माण को मंजूरी दी है और म्यामां और थाईलैंड के साथ सड़क सम्पर्क शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि आमान परिवर्तन का काम लगभग पूरा हो गया है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में वायु सम्पर्क सुधारने के लिए कई पहल की गई है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने यह सुनिश्वित किया कि बांस को एक घास घोषित किया जाए ताकि क्षेत्र के लोग अपनी आजीविका चला सकें और कागज बनाने के उद्योग से लाभ हो।
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