प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ग्रामीण क्षेत्रों में जल जीवन मिशन के तहत‘हर घर को नल से जल’पहुंचाने का सपना साकार होने लगा है और इसके तहत गोवा पहला राज्य बन गया है जिसने एक साल के भीतर अपने सभी 2.30 लाख ग्रामीण परिवारों को स्वच्छ जल पहुंचाने का लक्ष्य हासिल कर लिया है।
मोदी ने पिछले वर्ष 15 अगस्त को लालकिला की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए कहा था कि ग्रामीण जीवन को सहज और सुखद बनाने के लिए सभी परिवारों को स्वच्छ पेयजल पहुंचाना आवश्यक है। इसके लिए जल जीवन मिशन के तहत हर घर को नल से पानी देने की योजना की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा था कि इससे ग्रामीणों के स्वास्थ्य में सुधार आएगा और जल जनित रोगों से निपटने में आसानी होगी।
मिशन के तहत हर गरीब और कमजोर ग्रामीण परिवार को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना है। कार्यक्रम को कैसे क्रियान्वित करना है और हर घर में जल कब और कहा कैसे पहुंचाना है इसके लिए राज्यों तथा केंद्र सरकार ने कार्यक्रम तय किया हुआ है लेकिन प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर गत दो अक्टूबर को इस मिशन को अभियान बनाने की एक और घोषणा की।
मोदी ने गांव के बच्चों को इस मिशन से जोड़ने का कर्यक्रम बनाया और गांधी जी की 151 वीं जयंती पर 100 दिन का एक विशेष अभियान शुरू करने की घोषणा की। अभियान के तहत सबसे पहले ग्रामीण इलाकों में बच्चों की सेहत को सुरक्षित रखने के लिए उन्हें नल से जल उपलब्ध कराना आवश्यक है। उनका कहना था कि आंगनवाड़ी केंद्र तथा ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में शुद्ध पेयजल इस अभियान के तहत उपलब्ध कराया जाएगा। जल जीवन मिशन का लक्ष्य हासिल करने की दिशा में मोदी की इसे अनूठी पहल माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने इसके लिए 29 सितंबर को जल जीवन मिशन का‘लोगो’जारी करके ग्राम पंचायतों, पानी समितियों तथा ग्रामीण स्तर पर इस आंदोलन से जुड़ अन्य कार्यक्रमों के क्रियान्वयन के लिए विशेष कार्य निष्पादन योजना की मार्गदर्शिका जारी की और कहां कि इसके तहत आंगनवाड़ी केंद्रों तथा ग्रामीण अंचलों में शिक्षण संस्थाओं को पेयजल की इस योजना से जोड़ जाना आवश्यक है। इसके लिए इसे आंदोलन का रूप दिया जाएगा।