प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जुलाई में उत्तर प्रदेश के तूफानी दौरे पर रहेंगे और इस दौरान कई जनसभाओं को संबोधित करेंगे। वर्ष 2019 को होने वाले लोकसभा चुनावों के मद्देनजर पीएम मोदी के इन दौरो को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मोदी सोमवार को नोएडा में, 14 जुलाई को आजमगढ़ में, 15 जुलाई को वाराणसी में तथा 21 जुलाई को शाहजहापुर में जनसभाओं को संबोधित करेंगे।
इसके अलावा प्रधानमंत्री के 29 जुलाई लखनऊ स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में स्मार्ट सिटी, अमृत और प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमवाई) में बेहतर काम करने वालों को पुरस्कृत करने की संभावना है। इस कार्यक्रम में देशभर के 600 लोग शामिल होंगे। साथ ही मोदी इन्वेस्टर्स समिट में किए गए एमओयू से जुड़े परियोजनाओं का शिलान्यास भी कर सकते हैं।
सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने कार्यक्रमों को मंजूरी दे दी है। आयोजकों ने भी अपनी तैयारी शुरू की है। मोदी 9 जुलाई को सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स की नई विनिर्माण इकाई का उद्घाटन करने के लिए नोएडा जाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी के साथ नोएडा यात्रा के दौरान कोरियाई राष्ट्रपति मून जेई-इन उनके साथ होगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस दौरान मौजूद रहेंगे। प्रधानमंत्री 14 जुलाई को बहुप्रतिक्षित पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की आधारशिला रखेंगे। इस दौरान मोदी एक जनसभा को संबोधित करेंगे। करीब 340 किलोमीटर लम्बी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण लखनऊ से गाजीपुर तक होना है। इस परियोजना में 12 हजार करोड़ रूपये खर्च होने का अनुमान है।
आजमगढ़ संसदीय क्षेत्र से समाजवादी पार्टी(सपा) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव सांसद है। सपा ने अब उन्हें मैनपुरी सीट से चुनाव में उतारने की घोषणा की है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आजमगढ़ समेत पूरे पूर्वांचल में अपनी पैठ मजबूत करने की तैयारी में जुट गई है। आजमगढ़ से प्रधानमंत्री 14 जुलाई को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी जायेगे जहां वह रात्रि विश्राम करेंगे।
अगले दिन 15 जुलाई को मोदी राजा की तालाब मैदान में सार्वजनिक सभा को संबोधित करेंगे। राजा की तालाब से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान चुनाव अभियान की शुरूआत की थी। प्रधानमंत्री 21 जुलाई को शाहजहापुर में किसान रैली को संबोधित करेंगे।
हाल ही में धान तथा खरीफ की फसलों के समर्थन मूल्य में 50 प्रतिशत की वृद्धि किए जाने को लेकर किसानों को यह संदेश देने की कोशिश करेंगे कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार किसानों की हितैषी है।