भारतीय सेना के जाबांज जवानों ने जम्मू-कश्मीर के माछिल सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया है। सेना ने तीन आतंकवादी को भी मार गिराया है, लेकिन इस बड़े ऑपरेशन में भारतीय सेना के तीन और बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया। बीएसएफ के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी।
माचिल सेक्टर में ही दोनों अभियान अलग-अलग चलाए गए जिसमें एक जवान घायल भी हुआ है। प्रवक्ता ने बताया कि माचिल सेक्टर में अन्य अभियानों में बीएसएफ का एक कांस्टेबल, सेना का एक अधिकारी और दो जवान भी शहीद हो गए।
बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नियंत्रण रेखा की सुरक्षा के लिए पहरा दे रहे जवानों को रविवार देर रात एक बजे तीन आतंकवादियों की संदिग्ध गतिविधि का आभास हुआ। जब उन संदिग्ध लोगों को चुनौती दी गयी तो उन्होंने सेना के जवानों पर ही स्वचलित हथियारों से गोलीबारी शुरू कर दी। सतर्क जवानों ने तुरंत ही जवाब देना शुरू कर दिया जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गयी।
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इस मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया। उसके पास से दो बैग भी बरामद हुए हैं। उन्होंने कहा कि बीएसएफ के कांस्टेबल सुदीप सरकार घायल होने के बावजूद आतंकवादियों से लोहा लेते रहे। बाद में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्होंने बताया कि इस बीच इस अभियान में 15 कोर के जवान भी शामिल हो गए जिनके साथ मुठभेड़ अब भी जारी है।
बीएसएफ अधिकारी ने कहा कि सेना ने एक और आतंकवादी को मार गिराया। सेना के एक अधिकारी समेत तीन जवान अब तक शहीद हो चुके हैं और एक जवान घायल भी हुआ है। सेना की ओर से अभी तक जवानों के हताहत होने की कोई जानकारी नहीं दी गई है।
इस बीच सेना के वरिष्ठ अधिकारियों एवं पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा है कि पीओके के लांच पैड्स पर बड़ संख्या में आतंकवादी घुसपैठ करने को तैयार हैं क्योंकि परंपरागत घुसपैठ के सभी रास्तें बर्फों से जाम हो चुके हैं। दूसरे मार्गों से आने के कारण सेना और बीएसएफ के जवान भी पूरी तरह मुस्तैद हैं।