सेना के एक शीर्ष कमांडर ने आज कहा कि कश्मीर में जाकिर मूसा के नेतृत्व वाले अलकायदा से जुड़े आतंकवादी समूह की मौजूदगी अधिक नहीं है क्योंकि बहुत कम लोग उसमें शामिल हुए हैं। सैन्य कमांडर ने इसके साथ ही इस बात पर भी जोर दिया कि घाटी में स्थिति पिछले वर्ष की तुलना में काफी बेहतर है।
मूसा इससे पहले हिजबुल मजाहिदीन का नेतृत्व कर रहा था और उसने गत मई में आतंकवादी समूह छोड़ दिया था। मूसा को बाद में अलकायदा की इकाई अंसार गजवत उल हिंद का प्रमुख बना दिया गया था।
श्रीनगर स्थित चिनार कोर के जनरल आफिसर कमांडिंग :जीओसी: लेफ्टिनेंट जनरल जे एस संधू ने यहां कहा कि जाकिर मूसा ने अंसार गजवत उल हिंद के बारे में बात की है लेकिन अभी की स्थिति के अनुसार इस समूह की मौजूदगी बहुत अधिक नहीं है। कुछ ही हैं जो उसमें शामिल हुए हैं। सैन्य कमांडर यहां दिल्ली पब्लिक स्कूल में एक कार्यक्रम के इतर संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने स्कूल में एक कम्प्युटर संग्रहालय का उद्घाटन किया।
उन्होंने एक कर्मी को सम्मानित भी किया जिसने तब साहस दिखाते हुए स्कूल परिसर को सुरक्षित बनाने में सुरक्षा बलों की मदद की थी जब गत 25 जून को आतंकवादी राजमार्ग पर एक गश्ती दल पर हमला करने के बाद वहां घुस गए थे।
लेफ्टिनेंट जनरल जे एस संधू ने कहा कि सेना ने अपने आपरेशन आल आउट के तहत क्षेत्र को आतंकवादियों से मुक्त कराने के लिए दक्षिण कश्मीर में अपना संचालन अड्डे बढाये हैं।
उन्होंने कहा कि गत वर्ष दक्षिण कश्मीर में आतंकवादियों की मौजूदगी बढ़ी थी, विशेष रूप से शोपियां में जहां आतंकवादियों की काफी मौजूदगी थी। हमें उनके खिलाफ अभियान जारी रखना पड़ा।
उन्होंने कहा कि इसलिए हमने वहां नये संचालन अड्डे खोले, शोपियां में कम से कम सात से आठ। हमने पुलवामा और कुलगाम में संचालन अड्डे बढ़ाये हैं। उद्देश्य यह है कि उस क्षेत्र को आतंकवादियों से मुक्त कराना। उन्होंने कहा कि कश्मीर में स्थिति गत वर्ष से बहुत बेहतर है और हिंसा के स्तर में काफी कमी आयी है।