मुख्यमंत्री रघुवर दास से आज सिमडेगा के कारीमाटी गांव के लोगों ने झारखंड मंत्रालय में मुलाकात की। ग्रामीणों ने कहा कि संतोषी कुमारी की मौत भूख से नहीं हुई है। लेकिन मीडिया में आयी खबरों के कारण उनका गांव बदनाम हो गया है। यह एक षडयंत्र है। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि कारीमाटी गांव को आदर्श गांव बनाकर ही इस कलंक को धोया जा सकता है।
गांव से गरीबी समाप्त करना सरकार का लक्ष्य है। इस दिशा में तेजी से काम हो रहा है। यह बात कुछ लोगों को पच नहीं रही है। यही कारण है कि राज्य को बदनाम करने की साजिश हो रही है। उन्होंने कहा कि गांव के लोग हर रविवार को बैठक करें। इसमें गांव के गरीबों को चिह्नित करें। सरकार गाय पालन, मधुमक्खी पालन, मुर्गी पालन करने में मदद करेगी। इसके साथ ही गांव के युवक-युवतियों को कंबल, तौलिया, चादर आदि बनाने का प्रशिक्षण भी दिया जायेगा।
इनके द्वारा उत्पादित सारे सामग्रियों की खरीदारी राज्य सरकार द्वारा कर ली जायेगी। उन्हें अपने समान बेचने कहीं नहीं जाना होगा। बच्चों को शिक्षित करें। शिक्षा से ही गरीबी समाप्त हो सकती है। गांव के लोगों को शराब नहीं पीने के लिए प्रेरित करें। जागरूकता से ही शराबबंदी संभव है। केवल कानून बनाने से इसे समाप्त नहीं किया जा सकता है।
गांव में शराब बंदी होने पर सरकार एक लाख रुपये का इनाम भी देगी। मुख्यमंत्री ने जिला के उपायुक्त व वरीय पुलिस अधीक्षक को जिले के गांव में चल रहे शराब की दुकानों व भट्टी को तत्काल बंद करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि एस ड्राइव चलाकर इस पर रोक लगायें। जिस थाना क्षेत्र में अवैध शराब की दुकान होगी, उस थाना प्रभारी पर कार्रवाई होगी।