बिहार में बीजेपी से गठबंधन टूटने के बाद मणिपुर में भी नीतीश कुमार द्वारा जनता दल यूनाइटेड की 5 विधायक सरकार से समर्थन वापस लेने की चर्चा जोरों पर थी। लेकिन बीजेपी से समर्थन वापस लेने के बजाय जेडीयू के 6 में से 5 विधायक पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए।
इस संबंध में विधानसभा के सचिव ने अधिसूचना जारी कर विधानसभा के सभी सदस्यों को इसकी जानकारी दी है। अधिसूचना में बताया गया है कि भारतीय संविधान की दसवीं अनुसूची के तहत ये 5 विधायक अब विधानसभा में भाजपा के होंगे।
नीतीश कुमार के गठबंधन तोड़ने के फेसले से नाराज हैं विधायक
सूत्रों के मुताबिक, ये विधायक बिहार में एनडीए गठबंधन से बाहर होने के पार्टी के फैसले से नाराज थे। खास बात यह है कि मणिपुर में जदयू विधायकों ने बीजेपी में शामिल होने का यह फैसला नीतीश कुमार के उस ऐलान के बाद लिया है जिसमें उन्होंने मणिपुर की बीजेपी सरकार से अपना समर्थन वापस लेने को कहा था।
पिछले नौ दिनों में जदयू को लगा यह दूसरा झटका
गौरतलब है कि एक तरफ नीतीश कुमार खुद को पीएम पद के उम्मीदवार के तौर पर देख रहे हैं तो दूसरी तरफ बीजेपी लगातार उनकी पार्टी में सेंध लगा रही है। पिछले नौ दिनों में जदयू को यह दूसरा झटका है। इससे पहले 25 अगस्त को अरुणाचल प्रदेश में जदयू के एकमात्र विधायक टेकी कासो भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए थे।
बीजेपी ने दिया नीतीश कुमार को बड़ा झटका
बता दें कि नीतीश कुमार ने पिछले महीने ही बिहार में बीजेपी से नाता तोड़ लिया था। नीतीश कुमार ने बीजेपी पर उन्हें अपमानित करने और जदयू को तोड़ने का आरोप लगाते हुए एनडीए से दूरी बना ली। इसके बाद नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने राजद के नेतृत्व वाले महागठबंधन से हाथ मिला लिया। महागठबंधन की नई सरकार में नीतीश कुमार एक बार फिर सीएम बने और राजद नेता तेजस्वी यादव ने डिप्टी सीएम के तौर पर शपथ ली।