राजस्थान में वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ने के मद्देनजर राज्य सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन की पालना के लिए आज अलवर जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक सड़कों पर निकले और उनके नेतृत्व में शहर के प्रमुख मार्गो पर फ्लैग मार्च निकाला गया। इस दौरान संदेश दिया गया कि अगर कोरोना को हराना है तो सरकार की गाइडलाइन की पालना सुनिश्चित की जाए और बेवजह बाजार में ना निकले।
फ्लैग मार्च प्रात: 10:30 बजे पुलिस नियंत्रण कक्ष से शुरू हुआ जो शहर के प्रमुख बाजारों में होता हुआ पुलिस कंट्रोल रूम पहुंचा। इस दौरान जो भी दुकानें खुली पाई गई उन्हें समझाइश कर बंद कराया गया जिला कलेक्टर नन्नू मल पहाड़यि ने बताया कि कोरोना की द्वितीय लहर बहुत घातक है राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कड़ कदमों के तहत सुबह छह से पूर्वाह्न बजे तक ही बाजार खुले रहेंगे।
इसलिए उन्होंने सभी दुकानदारों से आग्रह किया कि सरकार की गाइडलाइन की पालना करते हुए दुकानें खोलें जो भी इसका उल्ललंघन करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी कोरोना को गंभीरता से लें। यह जानलेवा है और इसमें दो से तीन दिन के अंदर ही जान का संकट पैदा हो सकता है।
उन्होंने बताया कि अलवर में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन, बेड उपलब्ध हैं। दवाई उपलब्ध हैं लेकिन आमजन नहीं माना तो इनकी कमी आ सकती हैं। उन्होंने बताया कि गाइडलाइन के अनुसार बिना अनुमति के खुली पाई गई दुकानों को सीज एवं जुर्माना लगाया जाएगा उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अब इंटरस्टेट बॉर्डर पर भी सख्ती बरती जा रही है चेक पोस्ट तैनात कर दिए गए हैं।
पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया कि मेडिकल शॉप के अलावा सुबह 11:00 बजे के बाद कोई दुकान नहीं खोली जाएगी। उन्होंने कहा कि बिना जरूरत के बाहर निकलने पर पुलिस अपना काम करेगी। बिना मास्क एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।