राजस्थान में सीमा पार से मादक पदार्थ की खासा तस्करी की जाती है। तो वहीं, दूसरी तरफ, राजस्थान में जोधपुर के बरलूट पुलिस थाने के एक अधिकारी और तीन कांस्टेबल को रिश्वत लेकर मादक पदार्थों के एक तस्कर को छोड़ने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।
एक अधिकारी ने बताया कि उक्त पुलिसकर्मियों ने 141 किलोग्राम अफीम के साथ एक तस्कर को पकड़ा था लेकिन उन्होंने कथित तौर पर 10 लाख रुपये रिश्वत लेकर उसे छोड़ दिया तथा मादक पदार्थ साथ ले जाने दिया। अधिकारी ने बताया कि एक अन्य मामलों में दो कांस्टेबलों को दिवाली पर व्यापारियों से धन उगाही करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया और एक पुलिस चौकी के सभी कर्मियों को अवैध शराब का व्यापार नहीं रोक पाने के लिए पुलिस लाइन तलब किया गया है।
पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव ने सोमवार को यह जानकारी दी। यादव ने कहा कि उन्होंने बरलूट थाना प्रभारी सीमा झाकड़ और कांस्टेबल ओम प्रकाश, हनुमान तथा सुरेश के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में उक्त पुलिसकर्मियों के विरुद्ध आरोप सही पाए गए।
यादव ने कहा, “पुलिस ने 14 नवंबर की शाम को एक वाहन जब्त किया था और उसमें से 141 किग्रा अफीम बरामद किया गया था। तस्कर अंधेरे का लाभ उठा कर भाग गया था।” उन्होंने कहा कि बाद में पता चला कि पुलिस ने तस्कर से 10 लाख रुपये रिश्वत लेकर उसे भागने दिया था। यादव ने कहा कि एक होटल में लगे सीसीटीवी कैमरे से साक्ष्य मिले जिससे रिश्वत लेने की बात सही सिद्ध हुई।
अधिकारी ने बताया कि उनकी प्रारंभिक जांच में भी झाकड़ और तीन कांस्टेबल दोषी पाए गए। दूसरे मामले में, दिवाली के दौरान व्यापारियों और दुकानदारों से पैसे की उगाही करने के वीडियो सामने आए जिसके बाद दो कांस्टेबलों को निलंबित कर दिया गया। तीसरे मामले में भटाना पुलिस चौकी के पास आबकारी विभाग ने अवैध शराब की बिक्री का भंडाफोड़ किया जिसके बाद चौकी के पूरे स्टाफ को पुलिस लाइन भेज दिया गया।