मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी से दुनियाभर के क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीता था। सचिन के संन्यास लेने के बाद यह माना जा रहा था कि मौजूदा समय का कोई भी क्रिकेटर उनके स्तर को छूना तो दूर उसके आसपास भी नहीं पहुंच पाएगा। सचिन के बाद भारतीय क्रिकेट में विराट कोहली का युग शुरू हो गया है।
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के खिलाफ कई मैच खेलने वाले पाकिस्तान के दिग्गज स्पिनर सकलेन मुश्ताक को लगता है कि भारतीय कप्तान विराट कोहली मौजूदा खिलाड़ियों में इकलौते ऐसे बल्लेबाज हैं जो इस महान क्रिकेटर के स्तर के ‘करीब’ पहुंच पाये हैं। मुश्ताक ने कहा, ‘एक बल्लेबाज के तौर पर, सचिन बहुत बड़े खिलाड़ी थे। मैं तुलना (दोनों अलग-अलग समय के खिलाड़ी हैं) नहीं कर सकता लेकिन विराट इकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं जो उनके स्तर के करीब हैं।’
’इंग्लैंड टीम के स्पिन विभाग के सलाहकार सकलैन ने कहा कि पांच मैचों की सीरीज में भारतीय टीम की वापसी इस बात पर निर्भर करेगी कि कोहली भारतीय बल्लेबाजी का नेतृत्व कैसे करते हैं। पाकिस्तान के इस पूर्व ऑफ स्पिनर ने कहा, ‘इंग्लैंड टीम के सहयोगी स्टाफ के सदस्यों के बीच इस बात पर चर्चा हो रही थी कि उन्होंने ट्रेंट ब्रिज में कैसी बल्लेबाजी की।
सिर्फ तीसरे टेस्ट में ही जिमी एंडरसन की गेंदबाजी पर कम से कम 40 बार गेंद उनके बल्ले के किनारे से निकली, लेकिन अगली गेंद पर वह पूरे आत्मविश्वास में नजर आए। विराट गेंद-दरगेंद, एक-एक रन और सत्र-दर-सत्र बल्लेबाजी करते हैं।उनमें रन बनाने और जीतने की बहुत ज्यादा भूख है। जब आपकी टीम में कोई इतनी भूख वाला खिलाड़ी हो तो वह अपनी भूख को संतुष्ट करने के लिए कुछ भी कर सकता है।’
कप्तान कोहली ने तीसरे मैच में शतक और 97 रन की पारी खेली जिससे भारत ने नॉटिंघम टेस्ट जीतकर सीरीज में वापसी की। इंग्लैंड हालांकि अभी भी 2-1 से आगे है। कोहली ने इस सीरीज में अब तक शानदार प्रदर्शन से 2014 के पिछले दौरे के कड़वे अनुभव को भी पीछे छोड़ दिया जिसके बाद सकलेन उनकी तुलना तेंदुलकर से करने से खुद को नहीं रोक पाए।
उन्होंने कहा, ‘विराट जिस तरह रन बना रहा है, यह इंग्लैंड के लिए अच्छा संकेत नहीं है, पहले टेस्ट में मैंने एक साइनबोर्ड देखा जिस पर लिखा था ‘इंग्लैंड बनाम विराट कोहली’। अगर आप उन्हें सीरीज से बाहर कर देंगे तो इंग्लैंड के लिए काफी आसान हो जाएगा।’ उन्होंने कहा, ‘अगर आप कोचिंग के नजरिये से देखेंगे तो उसके कारण दूसरे बल्लेबाज भी रन बना रहे हैं। आपकी टीम में विराट जैसे विश्व स्तरीय बल्लेबाज होने से निश्चित रूप से पूरी बल्लेबाजी लाइन-अप का मनोबल बढ़ जाता है।’