भारत के विश्व चैंपियन खिलाड़ी युवराज सिंह अब बिहार में भी अकादमी खोलने की सोच रहे हैं। हाल ही में सिक्सर किंग सीमांचल पहुंचे थे। वहां उन्होंने लोगों को बताया कि वो बिहार के पूर्णिया में पहला क्रिकेट एकेडमी खोलने जा रहे हैं। युवराज ने सीमांचल में हुए एक कार्यक्रम में भाग लिया और इस बात की जानकारी दी।
दरअसल कार्यक्रम में भाग लेने के बाद युवराज सिंग पूर्णिया के उस जगह का भी दौरा कर निरीक्षण किया जहां वो खुद अपने एकेडमी का इनॉग्रेशन करेंगे। युवराज ने एकडमी को लेकर यह भी कहा कि वो खुद भी खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देंगे। ऐसे प्लेयर्स की परफॉर्मेंस मार्किंग के लिए नेशनल लेवल के कोच बीच-बीच में प्रशिक्षण के लिए आते रहेंगे और खिलाड़ियों का चयन भी करेंगे। इसके साथ-साथ खेलने वाले प्लेयर्स को क्रिकेट की बारीकियों के साथ ही क्रिटिकल क्रिकेट के गुर सीखेंगे। इसके आगे उन्होंने कहा कि क्रिकेट एकेडमी में खेलने वाले प्लेयर्स को स्टेट, नेशनल और इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने का मौका दिया जाएगा। वहीं देश के अलग-अलग हिस्सों में होने वाले क्रिकेट शिविरों में एकेडमी के खिलाड़ी को जाने का मौका मिलेगा।
वहीं अपने बचपन के अनुभव को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि जब मैं छोटा था, तो मैंने उस वक्त एक चीज हमेशा गौर किया। वह ये थी कि छोटे शहरों से प्लेयर आकर उसके साथ स्ट्रगल करते थे। उन्होंने आगे बताया कि कैसे उनके साथ कई समस्याएं होती थी और यही वजह है कि युवराज ने छोटे से शहर पूर्णिया में में अपना एक एकेडमी खोलने का काम किया। युवराज के इस बात से यह पता चलता है अब छोट शहर के बच्चों के पास ऑपरट्यूनिटी ज्यादा होने वाली हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भले ही भारत को विश्व कप दिलाने में युवराज ने महत्वपूर्ण निभाई हो, मगर फिर भी उनका जीवन स्ट्रगल से भरा रहा। उनको विश्व कप के बाद कैंसर जैसी बड़ी बीमारी हो गई, मगर फिर भी उन्होंने कमबैक किए और शतक भी जड़ा।